मुझे नहीं मालूम कया है मेरी हस्ती
मगर यदा कदा नहीं डूबती है कश्ती
तू है करीब तो कोई गम नहीं है मुझे,
तेरे बिन भाती नहीं है कोई भी बस्ती .
19 नवम्बर 2017
मुझे नहीं मालूम कया है मेरी हस्ती
मगर यदा कदा नहीं डूबती है कश्ती
तू है करीब तो कोई गम नहीं है मुझे,
तेरे बिन भाती नहीं है कोई भी बस्ती .