कोई हस्ती तो कोई बस्ती मिटाने में लगा है ,
सच को झूठ के पीछे कहीं छिपाने में लगा है .
कब समझेगा इंसान , सब देख रहा है भगवान ,
वो कर्मों के फल का हिसाब बनाने में लगा है .29 अप्रैल 2016
कोई हस्ती तो कोई बस्ती मिटाने में लगा है ,
सच को झूठ के पीछे कहीं छिपाने में लगा है .
कब समझेगा इंसान , सब देख रहा है भगवान ,
वो कर्मों के फल का हिसाब बनाने में लगा है .