दिल करता रहता है बेफिकर् होकर दिल से प्यार,
और उसकी सहेली धड़कन के हम सब गिरफ्तार.
आजाद जो डर से हो जाता है उसके जीत है करीब ,
लेकिन गिरफ्तार होकर कर नहीं पाते हैं हम इजहार्
दिल तेरी आज जान लेनी है ,
धड़कन को ये सौगात देनी है .
दिल और धड़कन की दोस्ती एक मिसाल है ,
इनके सामने असफल दुश्मनो की हर चाल है .