"कुछ तो हाल बयां कर जाओ"
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कितने वर्षों बाद मिले हो,
कुछ तो हाल बयां कर जाओ,,
कुछ सुन लो, कुछ कह दो अपनी,
दिल को कुछ बहला तो जाओ,,
कितने वर्षों बाद मिले हो,
कुछ तो हाल बयां कर जाओ ।।
शायद तुम सब भूल चुके हो,
साथ बिताये लम्हों को,,
थोड़ा तुम कुछ याद करो,
और थोड़ा याद दिलाकर जाओ,,
कितने वर्षों बाद मिले हो,
कुछ तो हाल बयां कर जाओ ।।
तुम भी न जाने क्यूं रूठे,
तुम्हे मनाते अरसे बीते,,
बड़ी मुद्दतों बाद मिले हो,
हाथों से हाथ मिला तो जाओ,,
कुछ सुन लो, कुछ कह दो अपनी,
दिल को कुछ बहला तो जाओ,,
कितने वर्षों बाद मिले हो,
कुछ तो हाल बयां कर जाओ ।।
कुछ तो हाल बयां कर जाओ ।।
स्व-रचित:-
विजय कनौजिया
9818884701