हमारा भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्रात्मक राष्ट्र है। लोकतंत्र की आधारशिला चुनाव है। इसलिए यहाँ नियमित रूप से से पांच वर्ष में चुनाव होते हैं। चुनाव का अर्थ है प्रत्याशियों का जनता के दरबार में पहु
हेट स्पीच।मतलब भड़काऊ भाषण।दैनिक प्रतियोगिता में इस विषय पर लिखना है ।अब हमने भड़काऊ भाषण तो बहुत से सुने है राजनीति मे।पर ये सब हमारी समझ से बाहर है आज कोई नेता दूसरे नेता के विषय मे भड़काऊ भाषण दे द
नफरत की बीज बोती है हर एक हेट से भरी स्पीच वजह इसके मोहब्बत फैरलो बोकर प्यार के बीज।
वर्तमान समय में सब निंदा और हेट स्पीच में इतने लिप्त हो गए हैं की उन्हें और कोई काम रह ही नहीं गया है । बस एक - दूसरे की चापलूसी और निंदा में ही मानों उनकी पूरी दुनिया सिमट सी गई हो ।ऐसे निंदायुक्त लो
आज रामलीला मैदान में खचाखच भीड़ थी, मंच क्षेत्र के नामी गिरामी उदीयमान लोगो से बोझिल हुआ जा रहा था । आज़ादी के अमृत महोत्सव पर सभी महानुभाव अपने विचार रख रहे थे । मंच राष्ट्रवादी और देशभक्ति के विचारों
समय और शब्द का तुम,न लापरवाही से करो प्रयोग।वरना दुनिया की भीड़ में,होगा तुम्हारी ही उपयोग।।गलत बोलने पर कभी,वह वापस नहीं आता।शब्द तीर की तरह होता,कमान में वापस नहीं आता।।जो कल समय था आज नहीं,आज के पल