आईना यह शब्द सुनते ही हम कभी ना कभी अपने आप को उस काँच के टुकड़े के सामने आ जाते है।और खुशी से खुद को निहारने लगते हैं, कहा जाता है कि दिल में कभी भी कोई सवाल सता रहा हो तब आईने के सामने जा कर खुद से पूछिए ।कोई भी जवाब नहीं दे सकता हो मगर यह आईना जरूर जवाब देता है।सिर्फ सवाल सही होना चाहिए।
हर्षा दलवाड़ी तनु
जामनगर©️