मित्र की पहचान
मित्रता करने से पहले, मित्र की पहचान कर ले |
सुबह का दिलकश, नज़ारा रात की पहचान कर ले ||१ ||
जो भले मे साथ तेरे, और बुरे मे साथ न दे |
वो भला कब मित्र लायक, राह उसकी छोड़ चल दे ||२ ||
मित्र पर हो प्राण संकट, या शत्रु उसे संताप दे |
वही सच्चा मित्र हैं, जो ऐसी घड़ी मे साथ दे || ३ ||
मित्र स