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सच्चाई का आईना ( कॉलेज के दिन) ✍️✍️👑👑

9 जनवरी 2022

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उठाकर ज़ज्बातों का फायदा माँ बाप सर नीचा कराते हैं।
कॉलेज के नाम पर कई बच्चे सिनेमा हॉल में नज़र आते हैं।।

छुट्टी के दिन भी एक्स्ट्रा क्लास कहकर माँ बाप की भावना से खेल जाते हैं।
कुछ बच्चों के खातिर पूरी जेनरेशन पर लग गया डब्बा कि आज के बच्चे कॉलेज में मस्ती करने जाते हैं।।

अगर है यही सच्चाई तो फिर IAS doctor Vakil कैसे बन जाते हैं।
सब एक जैसे नहीं होते ये सोच है ज़माने की बहुत से बच्चे आज भी मर्यादा में चलना जानते हैं।।

पांचों ऊँगली एक समान नहीं होती ये बात समझकर भी कोई समझ नहीं पाते हैं।
कुछ गलत लड़कियों के व्यवहार देखकर दुनिया वाले हर लड़की को एक कतार में खड़ा कर देते हैं।।

कहीं जगह लड़के भी सही होते तो कहीं जगह लड़की भी सही होती बस कुछ के चक्कर में सब पिस जाते हैं।
कितना ही कर ले अच्छा पर कोई किसी की भावनाओं को नहीं समझ पाते हैं।।

पढ़ने वाले पढ़कर निकल जाते दिखावे वाले वहीं नज़र आते हैं।
और जो बताते खुद को सही वो खुद भी अपनी गलती बाखूबी जानते हैं।।

कॉलेज के दिन हँसी मजाक के भी होते कितने दोस्त हमें मिल जाते हैं।
कुछ भी हो वक़्त भले निकल जाए पर स्कूल के दोस्त और कॉलेज के दोस्त हल पल याद आते हैं।।

कॉलेज के दिन ..... कितनी जल्दी जल्दी निकल जाते हैं....✍️✍️✍️👑👑

टॉपिक पर विचार रखना तो बनता है:-

कॉलेज के दिन :- जी तो आप समझ ही गए होंगे कि बात क्यों करने का बोले हम बात कुछ लोगों को कड़वी लगेगी कुछ कह सकते है भाषण दे रही कुछ कह सकते कि हमारी लाइफ हमें जो करना हम वो करें .... तो पहली बात क्लियर कर दे हम कभी किसी से डरकर बात नहीं करते हर बात अपनी जब हम सही हो तो डंके की चोट पर कहते हैं।।

हाँ हम भी लड़की है पर बात सही कहने में कोई हर्ज नहीं है ... जैसा कि सभी देखते है कि बहुत से लड़के या लड़कियां अपने माता पिता की आंख में धूल झोंककर कॉलेज के नाम से घूमने चलें जाते हैं उनके प्यार का सिला उनके नाम बदनाम करके देते हैं। .... जो कतई सही नहीं है नतीजा यही होता कि बाद में अपनी गलती के लिए रोना गाना पड़ता है कोई कहता हमें नहीं जानते थे कि ऐसा होगा वैसा होगा .... जानते सब है पर मानना कोई नहीं चाहता है।।

एक बात और जब आप कुछ गलत चीज़ की और कदम बढ़ाते तो आपके कदम आगे कि ओर नहीं बल्कि पीछे कि ओर जाते हैं आपकी आत्मा एक बार आपको टोकती है .... लाखों में ही कुछ होते जो इस आत्मा कि सुन पाते बाकी फिर जाते वही गलत राह कि और बिगड़ना सुधरना सब आपके हाथ में होता है।।

कोई माँ बाप का चेहरा देखकर सही राह को चुन लेते हैं।
तो कोई गलत राह पकड़कर माँ बाप के सपने को चूर कर देते हैं।।
पर याद ये भी रहे कि कहाँ जाएँगे माता पिता को दुःख देकर आज वो इस जगह खड़े कल तुम वहीं खड़े नज़र आओगे।
वक़्त है अपना पहिया निरंतर चलाता रहता है।।

चलो बच्चों की गलती तो बता दी कुछ माता पिता का भी सच सामने लाया जाए।

बहुत से माता पिता जिनके बच्चे सच में अच्छे होते उन पर शक करते हैं दूसरे के बच्चे खराब है तो अपने बच्चे भी खराब हो जाएँगे ये कहकर उन्हें हद से ज्यादा पाबन्दियां लगा देते है जो बिल्कुल गलत है ... बच्चे तो माटी का घड़ा होते जो माँ बाप के द्वारा दिए आकार में ढल जाते है बस समय समय पर उन पर नज़र रखने और प्यार बरसाने की जरुरत होती है।।

और सभी माता पिता और भाई बहनों से यही निवेदन करती हूँ कि सब एक दूसरे को समझो न बच्चे अपने माता पिता के लाड़ प्यार का फायदा उठाओ न माता पिता अपने बच्चों को ज्यादा बंदिश लगाए।..... बस नज़र और नजरिये की बात है ....
क्यूँकि जो आज बच्चे है वो कल खुद माँ बाप की जगह खड़े नज़र आएंगे और जो आप माँ बाप है कल वो खुद बच्चों के स्थान पर खड़े थे।।

इसलिए सही गलत का अंतर आपको ही समझना है....खुश रहिये सभी ✍️✍️👑👑

धन्यवाद......  ✍️✍️👑👑article-image

 ❤️Written by Madhuri  Raghuwanshi❤️
      


 

          ❤️Written by Madhuri Raghuwanshi❤️

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