ये कहानी एक बिबाहित महिला और उसके पति की है।
पति बिस्तर मे कमजोर होने की बजह से पत्नी को पूर्ण शारीरिक
सुख देने मे नाकाम था.. लेकिन दिमाग़ से नाकाम नहीं था, ज़ब पत्नी की शारीरिक भूख बढ़ता देख और परिबार की लोक लाज दाव पर आने कि स्थिति मे वो पत्नी को एक षणयंत्र के तहत अपने रास्ते से हटाने का प्लान बनता है.. लेकिन एक अपराध के बदले कितने अपराध होते है.. और कितनों की जिंदगी दाव पर लग जाती है..
इस कहनी मे दर्शाया गया है।