शिक्षिका एवं साहित्यकार
निःशुल्क
शिक्षक दिवसशिक्षा का अर्थ मनुष्य की दैवीय प्रकृतिको पहचानना है।शिक्षा मनुष्य को सच्चरित्र और संसारोपयोगी बनाती है।शिक्षा आत्मसाक्षात्कार है।शिक्षा नैतिकताहै जो मनुष्य और समाज का सृजन करती है।शिक