1833 के चार्टर एक्ट में शिक्षा के लिये एक लाख रुपये का प्रावधान किया गया था परन्तु शिक्षा के माध्यम औऱ पाठ्यक्रम को लेकर मदभेद था विल्सन औऱ प्रिन्सेफ भारतीय ज्ञान के पछधर थे जबकी ट्रेवेलियन अंग्रेजी शिक्षा का पछधर था।
मैकाले की अध्यक्षता एक समिति का गठन किया गया। मैकाले ने अंग्रेजी शिक्षा का पछ लिया। दरअसल
वह भारतीयों में अंग्रेजियत का प्रचार करना चाहता था जिससे न सिर्फ वे अपनी जडों
से कटे अपितु अंग्रेजो के वफादार बने।
मैकाले की शिक्षा नीति ने
भारत में काले अंग्रेजो की एक फौज तैयार की जो अंग्रेजों के लिये क्लर्क के रूप में
कार्य करते थे। इस शिक्षा नीति क दुश्प्रभाव अब तक देखे जा सकते हैं।