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अनजान राह

6 अगस्त 2022

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(हमारीपृथ्वी पर हर जीव के अंदर दिल होता है जिसमें हर मनुष्य के हृदय में प्रेम की भावना पैदा होती है। हर प्राणी स्वभाव से भावनाओं से ओतप्रोत होता है चाहे वह नहीं बोलता पशु हो या दुनिया का सबसे बुद्धिमान जीव मनुष्य हो। हर नर और नारी के अंदर प्रेम की भावना जन्म लेती है जिसके बल पर वह हमेशा अपनी जाति के जीवों से प्रेम,दया, ममता और करूणा जैसी भावनाओं को प्रदर्शित करता है। मनुष्य की जिंदगी में हमेशा दो तरह के ही संबंध स्थापित होते हैं। एक प्रेम के रिश्ते और दूसरा खून का रिश्ता।

इन रिश्तों के बलबूते ही नर और नारी से मिलकर एक परिवार का निर्माण होता है। कई परिवारों के संगम से समाज और जाति का निर्माण होता है। इसके समाज के अंदर समान जाति या भिन्न भिन्न जातियों के एक साथ रहने से गांव का निर्माण होता है। कई गांवों का समूह पंचायत और इसके बाद उपखंड, उपखंड के बाद जिला और जिले से राज्य और राज्यों से देश एवं देशों के समूह से इस दुनिया का निर्माण हुआ है।

इस दुनिया में सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को रचने के लिए ईश्वर या प्रकृति की दो अद्भुत रचना है जो नर और नारी और इनका संबंध हमेशा प्रेम के आधार पर चलता है। यह प्रेम दोनों को एक वैवाहिक बंधन में बांध देता है जो हर मनुष्य के अंदर एक विश्वास की डोरी पर चलता है। इस विश्वास को कायम रखने के लिए हर मनुष्य में मनुष्यत्व की भावना होना बहुत जरूरी है हर मानव में मानवता के भाव की उपस्थिति जरुरी होती है। 

प्राचीनकाल से ही मानव के द्वारा नारी को शोषित किया गया है उसको प्रेम के जाल में फंसाकर उसके साथ जुल्म और अत्याचार किये गये है। नारी की देह के साथ खेलकर मनुष्य जाति ने उसके हक और अधिकारों का हनन किया है।

हर नारी को उस संविधान और संविधान के निर्माण करने वाले लोगों की पूजा करनी चाहिए क्योंकि उनका वर्तमान संविधान में मिले हक और अधिकारों से ही प्राप्त है। यदि एक स्त्री को उनके हक और अधिकार नहीं मिल पाते तो उसे हमेशा की तरह शोषण का शिकार होना पड़ता। आज नारी की प्रगति और उनके शिखर पर चढ़ने की कोशिश संविधान के बल पर ही चलता है।)

धरती पर हर लडका-लड़की अपनी जिंदगी में प्यार की दुनिया में कदम रखना चाहती है। लड़की की भावनाऐं प्यार के विषय में बहुत ही संवेदनशील होती है। वह प्यार के लिए हर उस बात को स्वीकार कर सकती है जो उसके लिए असंभव हो। प्यार की दुनिया आज से नहीं बनी है यह दुनिया प्राचीन से ही चली आ रही है।

 हर मनुष्य की जिंदगी में प्यार की कीमत बहुत महत्व रखती है। लेकिन वर्तमान समय में लोगों ने प्यार के शब्द को बदनाम कर दिया है। 

आज के समय हर दिन समाचार पत्र में प्यार में धोखे की एक नई न्यूज देखने को मिल जाती है। जिसमें हर लड़की अपनी सुनहरी जिंदगी को बर्बाद होती हुई पाती है। आज के समय में लोगों में धन के आगे मानवता हीन दिखाई पड़ती है लोग रूपये के सामने किसी भी मनुष्य की जान का सौदा करने से बिलकुल नहीं चुकते है। 

इस तरह की घटनाओं से आज का मनुष्य हमेशा डरा रहता है कि उसे किस मोड़ पर उस कठिनाई कि सामना करना पड़ जाये जिसमें वह दोषी नहीं है।

यदि हम इस बात को कहें कि मनुष्य आज के धोखे और छल-कपट से डरिए हुआ है तो इस बात को कहना एक अपवाद भी होगा कि ऐसे कुछ ही मनुष्य होंगे जो किसी दूसरे के साथ धोखा और छल कपट करने से बच रहे होंगे। इसके अलावा हम स्वयं इस तरह का वातावरण तैयार करने के जिम्मेदार है। यदि मनुष्य अपने आप में खुद में परिवर्तन कर ले तो इस दुनिया में परिवर्तन करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा क्योंकि हर मनुष्य के मन में कहीं ना कहीं लैस पैदा हो रखा है जो दूसरे को हानि पहुंचाने का काम करता है।

इस समय मनुष्य ने प्यार को एक भावनाओं का खेल न समझकर कामवासना की वस्तु समझ लिया है जिसमें वह किसी भी नारी का शोषण करने से कभी भी नहीं चूकता है।  आज के समय  में किसी भोली भाली लड़की को झूठे वादे करके प्रेम के जाल में फंसा लिया जाता है उसके बाद उसका शारीरिक शोषण करने तक उसके साथ सच्चाई का झूठा चरित्र दिखाया जाता है। 

कविता एक भोली भाली लड़की थी जो अभी अपनी स्कूली शिक्षा ग्रहण कर रही थी। वह एक गरीब माता-पिता की लड़की थी। जो गांव के सरकारी विद्यालय में अपनी पढाई पूरी कर रही थी।

उसके साथ में कमल भी शिक्षा ग्रहण कर रहा था। अभी तक कविता और कमल अपनी जिंदगी की किशोर अवस्था से दूर थे। लेकिन इस समय किसी भी लड़का या लड़की को दोस्ती करने का एक शौक सा लग गया है। लोग पढ़ने के वजाय प्यार मोहब्बत को ज्यादा अहमियत देने लगे हैं। 

यह प्यार स्कूल की दोस्ती से प्रारंभ होने लगा। वे साथ-साथ पढ़ने जाते थे। कमल घर से रूपये लेकर पढ़ने के लिए जाता था। इस समय इनकी उम्र लगभग चौदह से पंद्रह साल के आसपास थी। इन दोनों के घर अलग-अलग गांव में कुछ ही दूरी पर थे लेकिन दोनों एक ही विद्यालय में पढ़ने जाते थे। स्कूल से पहले सड़क के एक मोड़ पर दोनों मिल जाते थे। इन दोनों की जिंदगी दोस्ती से कैसे प्यार में बदली और कविता के साथ कब धोखा  हो गया।

कविता:- मैं एक गरीब परिवार की लड़की थी। मेरे पिता मजदूरी करते थे। गांव में हमारे कच्चे घर बने हुए थे। मेरे माता-पिता के पास में कुछ खेत थे जो मेरे पिताजी को मेरे दादा की वसियत के रूप में मिले थे। मैं पढ़ने में इतनी ज्यादा होशियार नहीं थी लेकिन मध्यम स्तर पर अपनी पढ़ाई पूरी कर रही थी। हां मैं करती भी क्या क्योंकि मेरे लिए पढ़ने के लिए वे सभी सुविधाएं नहीं थी जो एक अमीर बाप अपने बेटे को दिलवा सकता है। मैं अन्य बच्चों की तरह ट्युशन कक्षाएं भी नहीं लेती थी। क्योंकि हमारे समाज में हम लड़कियों को निम्न स्तर पर रखा जाता था। स्कूल में पढ़ने के अलावा मेरे पास घर पर पढ़ने के समय नहीं बचता था। मैं हमेशा पढ़ने के लिए इच्छुक थी लेकिन मेरी पढ़ाई मेरे पिता की गरीबी और मेरे भाइयों को पढ़ाने की प्राथमिकता में दबकर रह जाती थी। हम लड़कियों को समाज में बोलने के अवसर कम ही होते थे। इसलिए मैं किसी के सामने बोल भी नहीं सकती थी। उनकी इच्छा मेरे लिए वरदान होती थी।

मैं अपनी जिंदगी को मेरे माता-पिता परिवार के सहारे एक दबी हुई नारी के तौर पर गुजार रही थी जिसमें मेरी मर्जी कभी भी नहीं चलती थी। मेरी भाई के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाती थी। उन सभी सुविधाओं से मैं हमेशा वंचित रह जाती थी। मैं हमेशा उस ईश्वर को कोसती थी जिसने इंसान को बनाकर उसके अंदर इतनी विभिन्नता पैदा कर दी थी। और उन नियम के निर्माताओं को जिन्होंने इस धरती पर नर और मादा के लिए इतने भेदभाव भरे कानून बना डाले। 

उस समय स्त्री के लिए आजादी के दरवाजे कम ही खुले हुए थे। हमारी जिंदगी एक गुलाम की तरह जुल्म और अत्याचारों को सहते-सहते गुजर जाती थी। हम सदैव भेदभाव की ज्वाला में जलते रहते थे। 

आजादी के बाद देश में बने संविधान में नारियों के लिए दिये गये हक और अधिकारों का प्रयोग जिस समय से होने लगा हमारी स्थिति में सुधार होने लगा था। लेकिन मेरे समय में गांवों में इतने ही सुधार हुए थे कि हम स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के लिए गांव के स्कूल से भी बाहर जाना शुरू कर दिए थे।

मेरे माता-पिता के पास मेरे भाई को पढ़ाने के लिए रूपया उपलब्ध हो जाता था चाहे वह कर्ज का हो या हमारे पिताजी की कमाई का लेकिन मेरे लिए मुझे हमेशा डांट झेलनी पड़ती थी। मैं अपने माता-पिता के सामने हर समय हाथ फैलाकर ही रह जाती थी लेकिन मुझे पचास प्रतिशत मौके पर भी इच्छित राशि की कुछ राशि मिल पाती थी। 

सारी परिस्थितियों के मध्य रहते हुए मैंने अपनी स्कूल से प्राथमिक शिक्षा प्राप्त कर लेने के पश्चात मै अपनी आगे की पढ़ाई करने के लिए दूसरे स्कूल में चली गई थी लेकिन समय तीव्र गति से पार हो रहा था जिसे पकड़ पाना बहुत ही कठिन होता है। मैं भी समय के अनुसार बड़ी होने लगी थी मेरे माता पिता के मन में यह विचार थे कि मैं मेरी शादी होने तक पढ़ती रहूं लेकिन उनका पढ़ाना मेरे लिए नाम मात्र था क्योंकि मुझे घर पर आने के बाद मां के घरेलू और खेती के कामों में हाथ बंटाना पड़ता था।

इस तरह मेरी जिंदगी दूसरों के इशारे पर नाच रही थी। और मैं अपनी जिंदगी में चुप रहकर अपनी पढ़ाई करने के साथ गरीब माता-पिता के कामों में भागीदारी निभा रही थी। लड़कियों की उम्र के साथ परिपक्वता बढ़ने लगती है और मैं अपनी उम्र के बदलावों के पहले पायदान पर अपने कदम रख रही थी इस उम्र में लड़की हो या लड़का उसकी उम्र के साथ उसके शरीर में शारीरिक और मानसिक परिवर्तन होने लगते हैं। यह सभी एक निश्चित उम्र में हार्मोन्स में होने वाली सक्रियता के कारण होता है। इसलिए मैं ही नहीं हर लड़की की जिंदगी में नयापन आता है और अपनी जिंदगी में नयापन महसूस करती है।हर युवा की जिंदगी में होने वाले सावेंगिक परिवर्तन उसे एक दूसरे के विपरित आकर्षण का भाव उत्पन्न करते हैं। यदि इस समय कोई भी बालक अपनी जिंदगी पर नियंत्रण नहीं कर पाता है तो अपनी जिंदगी को हमेशा के लिए बर्बाद कर सकता है। इस समय एक बालक में हारमोनिक परिवर्तन के साथ उसकी सामाजिक जिंदगी में परिवर्तन होने लगते हैं और वह समाज की गतिविधियों को तेजी से अनुसरण करता है और अपनी जिंदगी में कुछ अलग करने की सोचने लगता है इसलिए हर बालक पर निगरानी का एक बहुत ही बडा समयकाल होता है। यदि बालक गलत दिशा में मुड़ गया तो वह जिंदगी का सबसे खराब बालक होगा। 



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रचनाएँ
प्यार बना एक धोखा
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इस पुस्तक में वर्तमान में चल रहे लोगों के चरित्र के विषय में वर्णन किया है जिसमें आज के लोग प्रेम में धोखा देकर किसी भी लड़की के चरित्र पर दाग लगाने की कोशिश करते हैं। इस धोखे के कारण इस समय बहुत ही लड़कियों की जिंदगी बर्बाद हो रही है। ।
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अनजान राह

6 अगस्त 2022
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(हमारीपृथ्वी पर हर जीव के अंदर दिल होता है जिसमें हर मनुष्य के हृदय में प्रेम की भावना पैदा होती है। हर प्राणी स्वभाव से भावनाओं से ओतप्रोत होता है चाहे वह नहीं बोलता पशु हो या दुनिया का सबसे बुद्धिमा

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मैं बदल गई

8 अगस्त 2022
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कमल भी उसी कक्षा में मेरे साथ ही पढ़ता था। हालांकि हम अलग-अलग गांव से थे लेकिन मेरे रास्ते के एक मोड़ पर हमारी मंजिल एक ही हो जाती थी। मैं मेरे गांव के बहुत से लड़के लड़कियों के साथ जाती थी लेकिन उस म

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मेरी जिंदगी के नये दिन शुरू होने लगे

10 अगस्त 2022
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मैं और कमल हम दोनों ही प्यार की परिभाषा नहीं समझ पाते थे। हम दोनों के दिलों में प्यार करने की कोई बात नहीं लेकिन जिंदगी में परिवर्तन कैसे होता है यह इस दिन का एक नया अहसास था। मैं अपनी जिंदगी के नये द

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दिल में उतरने लगा

19 सितम्बर 2022
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इस समय मुझे वक्त ने प्यार के जाल में बुरी तरह से फंसा लिया था। मैं अनजान लड़की जो प्यार के विषय में कुछ भी नहीं समझती थी। लेकिन मेरा लगाव और मेरी चाहत मुझे प्यार की परिभाषा सिखा रही थी। कमल भी मेरे प्

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मैं तेरे लिए जीने लगी हूं

19 सितम्बर 2022
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उस दिन कमल मुझे अपने दिल की भावनाओं को मुझे बता रहा था। मैं तुम्हारे बिना इस समय जी नहीं सकता हूं,मेरी जिंदगी का हर पल अब तुम्हारे लिए ही है। मुझे पता ही नहीं चला कि तुमसे बात करते करते मोहब

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दिल की बातें

19 सितम्बर 2022
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मैं अपनी बात कह नहीं पा रही थी लेकिन कमल से पहले मेरी भावनाएं कमल के प्रति प्यार प्रकट कर रही थी। मैं स्वयं इस बात के लिए राजी थी कि मेरी जिंदगी और मेरे सपने कमल के लिए समर्पित रहे। मैं मन ही मन यह बा

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मैं दिल दे चुकी

19 सितम्बर 2022
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उस दिन के बाद मैं और कमल दोनों घर पर चल दिए।स्कूल की छुट्टी हो चुकी थी कमल अब भी मेरे साथ ही जाने के लिए स्कूल के गेट पर खड़ा होकर इंतजार कर रहा था।वह मन ही मन बहुत दुखी था।उसके दुख को मेरे अलावा कोई

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मेरा दिल पिघलने लगा

17 अक्टूबर 2022
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कमल- यार कविता मेरे प्यार को स्वीकार कर लो प्लीज  मैं तुम्हारे बिना एक पल भी नहीं रह सकता हूं। मैं हमेशा तेरे लिए ही जीने लगा हूं। यदि तुम मेरे प्यार को स्वीकार नहीं करोगी तो मैं इस दुनिया में या तो

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भंवरे और कली का प्यार

17 अक्टूबर 2022
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(हालांकि कमल और कविता दोनों ही अपनी जिंदगी में अभी शारीरिक और मानसिक रूप से अविकसित थे।) "खिलती हुई जिंदगी की कली थी मैं। भंवरे के लिए मधु की प्याली थी मैं। मैं विकसित होकर खिल जाऊंगी बाग में। म

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प्यार के राही

17 अक्टूबर 2022
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प्यार के राही हम दो दिलों का मिलन है। हम अनजान थे जिस अहसास से उसकी शिकन है । हमने अभी कदम रखे इस राह पर कब तक चल पायेंगे। हमें भी पता नहीं किस मोड़ पर जाकर रूक जायेंगे। प्रण किया है मेरे महबूब ने

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मेरा मन उड़ गया पक्षी बनकर

17 अक्टूबर 2022
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कविता:- उस दिन हम स्कूल से आये। मन में गिफ्ट को देखने के लड्डू फूट रहे थे। दिल से प्रेम का लावा उबलने लगा और मैं उस लावे को संभाल नहीं पा रही थी। मैं घर पहुंच गयी। मुझे खुशी इस बात की हो रही थ

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चाँदनी रात

17 अक्टूबर 2022
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कविता:-चांदनी रात के उजाले में आसमान में तारे टिमटिमाते हुए नजर आ रहे थे। गगन की ठंडी सी रात में सभी लोगों को नींद ने अपने आगोश में ले लिया था। हर तरफ सायं-सायं की आवाजें एवं गली के बाहर कुत्ते के भ

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मेरे सपने

17 अक्टूबर 2022
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""मोहब्बत का दीदार करने पर नींद हराम हो जाती है। हमेशा हर पल दिलवर की याद सताती है। भूलने की कोशिशें होती है नाकाम मोहब्बत के रोगी की। दिल में एक तस्वीर स्थायी बस जाती है।।"" कविता :- मैं सारी र

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प्रेम-रोग

29 अक्टूबर 2022
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कविता:-मेरी मम्मी मुझ पर चिल्ला रही थी। मैं चुपचाप सब कुछ सहन कर रही थी। मैं मेरी मम्मी की बातों को अनसुनी करके स्कूल जाने के लिए तैयार होने में व्यस्त थी। मैं मम्मी की बातों का उत्तर इसलिए नही द

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जीवन

29 अक्टूबर 2022
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कविता- उस दिन के बाद हम दोनों बहुत प्रसन्न रहते थे। हम दोनों में इतना गहरा प्यार हो गया कि हम हमेशा एक-दूसरे के विषय में सोचते रहते थे।जिस मोड पर हमारी जिंदगी का मोड शुरू हुआ था उस मोड़ पर हम रोजाना म

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बैचेनी

29 अक्टूबर 2022
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कमल और मेरा हर दिन मिलना बहुत ही रोमांचक और मौज मस्ती से भरा होता था।हम लोगों की प्रेम कहानी बहुत ही अच्छी चल रही थी। इन बातों का घर, गांव और स्कूल में किसी को भनक तक नहीं लगी थी।हम दोनों का मन अब पढ़

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मैं थकने लगा

29 अक्टूबर 2022
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कविता:-मैं और कमल प्यार की बारिश से सराबोर होकर उसमें पूरी तरह भीग गए थे। इस बारिश से हमें भीगने में बड़ा ही आनन्द आ रहा था। मंद-मंद शीतल पवन और उनके बीच बागों से आती महक हमें अंदर ही अंदर बहुत प्रसन्

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अंधविश्वास

29 अक्टूबर 2022
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कमल:- मेरे लाख मना करने पर मेरे घरवाले इस बात को नहीं मान रहे थे कि मेरे अंदर कोई भी बुरी आत्मा का निवास नहीं है। लेकिन उन्हें मेरे किशोर अवस्था और उसके बाद मेरी लव स्टोरी के कारण बदलते स्वभाव के

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बैचेनी का आलम

29 अक्टूबर 2022
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कमल को उसके पापा वहां पर दिखाकर अपने घर ले आये।मेरे पापा को बाबा ने कुछ नहीं बताया बस यही कहा कि यह किसी बुरी आत्मा की चपेट में आ गया है। वह बुरी आत्मा इसे परेशान कर रही है।इस बात को सुनते ही मेर

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जुदाई

29 अक्टूबर 2022
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कविता:- मेरे मन में सारे दिन उदासीनता रही।मेरे चेहरे के भाव देखकर मुझे एक सहेली ने कहा कि क्या हुआ कविता जो तू इतनी उदास थी?ऐसा क्या दुख है जो तू बिलकुल निराश नजर आ रही है।मैंने कहा नहीं ऐसा कुछ

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आंसू बहने लगे

29 अक्टूबर 2022
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कमल:-उस दिन मुझे नींद नहीं आ रही थी। मैं करवट बदल-बदलकर अपने बैचेन दिल को समझा रहा था।मैं आज कविता के लिए मेरे दिल की बातें भी नहीं सकता था क्योंकि आज मुझे दिल की बातें लिखने के लिए मौका नहीं था।मेरे

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तेरी मेरी बातें

29 अक्टूबर 2022
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कमल:- मैं और कमल कुछ दूरी बनाते हुए रोड पर चल रहे थे।हमारे बीच की दूरी करीब एक मीटर के आसपास थी मैं आगे-आगे चल रहा था और कविता मेरे पीछे-पीछे से आ रही थी।मैं कहने लगा हमारे प्यार का रोग हमारे घरवालों

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खुलासा

29 अक्टूबर 2022
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प्रार्थना के बाद सभी बच्चे अपनी-अपनी क्लासों में चले गए। कविता:-मैं और कमल भी अपनी लाइन में होकर क्लास की तरफ बढ़ रहे थे। मेरी निगाह कमल के ऊपर ही थी ।वह मुझे देख-देखकर हॅस रहा था। मैं भी उसकी तर

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लव की जिंदगी

29 अक्टूबर 2022
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कमल:- लंच की घंटी बजते ही कविता के चेहरे पर जो खुशी देखी उसे देखकर मेरा मन प्रफुल्लित हो गया ।उसके श्वेत वर्ण चेहरे को कुदरत ने इस तरह बनाया था कि उसके हंसते ही खिलते हुए फूलों को भी शर्माना पड़ता था।

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थियेटर का आनंद

29 अक्टूबर 2022
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यहां चारों तरफ भीड़ ही भीड़ कुछ लोग कतारों में लगकर टिकट ले रहे थे कुछ लोग मूवी शुरू होने का इंतजार कर रहे थे।कुछ लोग अपनी गर्लफ्रेंड के साथ थे इन लोगों की जिंदगी का आनंद कुछ और ही होता है।मैं मेरे बा

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मन की चिंता

29 अक्टूबर 2022
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कविता:- स्कूल की छुट्टी के बाद मैंने किसी को इस बात का अहसास नहीं होने दिया कि मैं आजकल पढ़ाई छोड़कर स्कूल से भागने लगी हूं। मुझे इस बात की चिंता इसलिए भी नहीं थी कि मेरी क्लास में मेरे साथ गांव का को

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मन की चिंता

29 अक्टूबर 2022
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कविता:-स्कूल की छुट्टी के बाद मै घर पर चली गई।लेकिन मुझे मैडम के द्वारा कही गई बात बार-बार याद आ रही थी।कहीं मैडम को हमारे प्यार की सच्चाई को पता तो नहीं चल गया।अब मैं उनकी निगाहों में आ गई हूं वह मुझ

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समाधान की खोज

29 अक्टूबर 2022
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कमल:- मैं अब ज्यादा दिन इंतजार नहीं कर सकता था क्योंकि ज्यादा दिन इंतजार करना हम दोनों की जिंदगी के लिए ख़तरनाक साबित हो सकता है।कहीं हम दोनों की प्यार की कहानी स्कूलों की दीवारों तक सिमट कर नहीं रह ज

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बेताबी

29 अक्टूबर 2022
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कमल:-अगली सुबह जब मैं जागा और स्कूल के लिए तैयार हो गया।मैं स्कूल के समय होने का इंतजार कर रहा था लेकिन समय निकल ही नहीं पा रहा था।शायद इंतजार की घड़ियों में समय भी बेवफाई करता है या जोश और उत्साह हमे

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हिम्मत बढ़ने लगी

29 अक्टूबर 2022
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कविता:- मैंने कमल के दिल की सारी बातें पढ रही थी।उसकी एक-एक बात मेरे विचारों से मिल रही थी।मैं पत्र पढते-पढते ख्वाबों में खो रही थी।मुझे लग रहा था मानो साक्षात कमल ही मेरे सामने खड़ा होकर मुझसे बातें

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ईश्वर हमारी रक्षा करें

29 अक्टूबर 2022
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कविता:- मैं कमल के साथ जाने के लिए तैयार नहीं हो रही थी तो कमल ने मुझे समझाया और उसके साथ मंदिर जाने का फैसला किया।मंदिर काफी क्षेत्र में फैला हुआ था। उसके चारों तरफ के विस्तार में हर कोई आदमी आसानी स

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खुलासा प्यार का

29 अक्टूबर 2022
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कविता:-अगले दिन जब मैं स्कूल गई तो कमल को हमारे लव मोड पर पाया।वह मेरा इंतजार कर रहा था।मैं दुखी होकर उससे कहने लगी यार।कल‌ हम लेट हो गये थे इसलिए मेरी मां ने मुझे बहुत डांटा था।वह मेरे ऊपर बहुत गुस्स

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उदासीनता

29 अक्टूबर 2022
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मेरे चाचा वहां से चले गए और मुझे खुली चेतावनी दे गये कि तुम सुंदर जाओ।मेरा दिल अंदर से घबरा रहा था।मैंने कमल की तरफ देखा जिसकी आंखों से अभी भी आंसू बह रहे थे।चाचा के जाते ही हम दोनों एक दूसरे से लिपटक

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मैं घर कैसे जाऊं

29 अक्टूबर 2022
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कविता:-मेरे चाचा कमल के गांव और उसके पिता को नही जानते थे लेकिन वे मेरे घर पर जाकर सब कुछ बता देंगे।इससे मुझे बहुत बड़ी मुश्किल खड़ी हो जायेगी।हो सकता है मुझे स्कूल जाने से भी रोक लिया जाये क्योंकि पह

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पोल खुल गई

29 अक्टूबर 2022
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कविता:- शाम के समय मैं मम्मी के कहने पर उनके कामों में हाथ बंटाने लगी।मुझे डर था कि कहीं मेरे चाचा ने आकर मुझे सुना दिया होगा और उस पर मेरी मम्मी गुस्सा हो रही होगी।लेकिन मेरा यह सोचना बिलकुल गलत था क

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क्रोध की ज्वाला

29 अक्टूबर 2022
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कविता के मम्मी-पापा के सुनते ही उनके तोते उड़ गए।वे जिसे अपनी बेटी से प्रेम समझते थे उसी बेटी ने उनको धोखा दे दिया।आज उन्हें इस बात का पछतावा हो रहा था कि हमारी बेटी को हमारे द्वारा संस्कार देने में क

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बैचेनी २

29 अक्टूबर 2022
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काफी रात गुजर चुकी थी‌। यह अमावस्या की काली रात चारों तरफ घोर अंधेरा, कुछ जीवों का डरावना स्वर ,एक तरफ कुत्तों के भौंकने की आवाजें एक अदभुत दृश्य जिसमें मैं बिस्तर पर पडी-पडी घबराई हुई अकेली नासमझ लड़

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क्या करूं ईश्वर??

29 अक्टूबर 2022
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(कविता इस समय मम्मी पापा के चंगुल में फंसे चुकी थी।वे अपनी बेटी के इस दोस्ती के विषय में सारी जानकारी हासिल करना चाहते थे।क्योंकि अभी उन्हें इस लड़के का पूरी तरह पता नहीं चल पाया है जिसके प्यार में कव

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हाय मेरे जीवन

29 अक्टूबर 2022
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कमल:- जब मुझे स्कूल से निकाला गया मेरे तोते उड़ गए मैं रास्ते में सोचता जा रहा था कि इस समय मेरी और कविता की जिंदगी बहुत ही खतरे में पड़ चुकी है। हालांकि इस बात का पता किसी और को नहीं चला थ

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मेरे सपनों की रानी

29 अक्टूबर 2022
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पलंग पर लेटे-लेटे में सोच रहा था कि मुझे क्या करना चाहिए। मैं कविता के लिए पत्र लिख चुका था उससे मिलने की मेरी बैचेनी बहुत बढ़ती जा रही थी।एक तरफ हम लोग रोजाना मिलते थे और अपनी जिंदगी की हर खुशी को एक

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मैं कविता से प्यार ------करता हूं

31 अक्टूबर 2022
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मनुष्य अपनी जिंदगी में सामाजिक बंधनों से मुक्त नहीं हो सकता है क्योंकि समाज ने ही उसे वह सब कुछ दिया है जो उसका वर्तमान है।यदि मनुष्य के दिमाग में जुल्म और अत्याचारों की उपज न होती तो उसे जातियों को प

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स्कूल में तूफान मचने लगा

31 अक्टूबर 2022
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कमल:-स्कूल में एकदम से तूफान मच गया। मेरे और कविता के पापा के साथ एक दो टीचर थे।वे उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे थे। ( मीटिंग कक्ष के अंदर जाने के बाद क्या हुआ इसका मुझे पता नहीं है क्योंकि मुझे

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घर में मातम सा हो रहा है

31 अक्टूबर 2022
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कविता:- हम लोग घर पर पहुंच गये थे। जैसे ही घर पहुंचे मेरे पिताजी चुपचाप सिर पकडकर बैठ गये। वे कुछ बोल ही नहीं पा रहे थे कि क्या किया जाये???मैं बहुत ही ज्यादा परेशान थी एक तरफ मां बाप की पीड़ा और दूसर

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मैं समझदार हो गया हूं

31 अक्टूबर 2022
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कमल :- मैं स्कूल से ही मेरे पापा से आगे भाग रहा था और उनके गुस्से को देखकर स्कूल से घर आकर घर में छुप गया।मुझे इस बात का बहुत डर लग रहा था कि आज क्या होगा??कुछ देर बाद में पापा गालियां देते हुए घर आ ग

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मैं इस तरह की जिंदगी जीना नहीं चाहता

31 अक्टूबर 2022
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मनुष्य की जिंदगी में जब निडरता पैदा हो जाती है तो वह आंतरिक रूप से मजबूत हो जाता है और उसकी आंतरिक शक्ति उसे दिल की हर सच्चाई के सामने झुकने नहीं देती है।कमल:- मैंने स्पष्ट शब्दों में प्रेम की परिभाषा

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इसकी शादी कर दी जाये

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एक तरफ कमल के घरवालों के साथ उसका घमासान छिड़ा हुआ है और दूसरी तरफ कविता के घरवाले भी अंदर ही अंदर घुट रहे थे। कविता के पापा:-लडकी का धन है किसी को पता चल गया तो कोई इसकी शादी भी नहीं होने

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जिंदगी का संकल्प

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इंसान की नीयत और नीति साफ हो तो इंसान इंसानियत समझ सकता है। मनुष्य अपने विचारों से शुद्ध रहे तो वह वैचारिक रूप से स्वस्थ वातावरण पैदा कर सकता है। लेकिन जब किसी मनुष्य को इसकी समझ ही नहीं हो और उसे इस

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बेताब जिन्दगियां

31 अक्टूबर 2022
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कमल:-मेरी सगाई करने वाले लोग घर से निकले ही थे कि मेरे घर पर पूरा बखेड़ा खड़ा हो गया।मेरे पापा ने डंडा उठाकर मेरे ऊपर दो-तीन डंडे जमा दिए।इसको देखकर मैं रोने लगा।मेरे रोने की आवाज सुनकर मेरी मम्मी घर

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मेरी मजबूरी

31 अक्टूबर 2022
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जब गीले घास- फूंस में आग लगने पर उसकी आग पूरे दिन तक सुलगते रहती है उसी तरह कमल के घर की लड़ाई सुबह से शुरू हुई और वह शाम तक सुलगती रही। कोई भी इस बात को खत्म नहीं होने दे रहा सभी लोग कमल के पीछे

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मैं अपने आप से हार गया

31 अक्टूबर 2022
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(एक तरफ कविता और दूसरी तरफ मेरी मां)कमल:-दोनों स्त्रियों के मेरे जीवन में अलग-अलग महत्व थे।लेकिन इस समय मां की जिद्द हो गई थी कि तुमको इस समय सौगंध खाकर मुझे वचनबद्ध होना पड़ेगा यदि ऐसा नहीं होगा तो म

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प्यार में धोखा किया

31 अक्टूबर 2022
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दूसरे दिन सुबह तक कमल की लाश उसी कमरे में लटकी रही किसी को भनक तक नहीं लगी कि कमल ने आत्महत्या कर ली है।सुबह के समय जब चाय पीने के लिए वह खड़ा नहीं हुआ तो उसके पिता उसके लिए चाय लेने के लिए कमरे की तर

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मुझसे प्यार में धोखा किया

31 अक्टूबर 2022
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कविता:- लगभग एक घंटे बाद जब मुझे होश आया तो मेरे मम्मी पापा मेरे पास बैठे हुए थे।मैं उन्हें देखकर वहां से भागने की कोशिश करने लगी लेकिन उन्होंने ने मुझे पकड़ लिया।उनके पकड़ते ही में फिर से रोने लगी।मम

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