हे महाशक्ति , हे महाशक्ति , तू मेरी जगदम्बा।
विपदाएं कैसी आन घिरी ,संकट हरती विलम्बा।।
मनोकामना पूरी करे, मनसा देवी कहलाए।
चिंताएं गर हरण करे, चिंतापूर्णी कहलाए।
शुभकारी तू मंगलकारी, मां तू भवानी अम्बा,
हे महाशक्ति , हे महाशक्ति , तू मेरी जगदम्बा।
विपदाएं कैसी आन घिरी ,संकट हरती विलम्बा।।
अमिय सुधा रस घोलने वाली, मां प्यारी शिवा धात्री।
पर्वतों पर बसने वाली, पहुंचे तृषित हृदय से यात्री।
बीहड़ वनों में बसने वाली, तू प्यारी मां चम्बा,
हे महाशक्ति , हे महाशक्ति , तू मेरी जगदम्बा।
विपदाएं कैसी आन घिरी ,संकट हरती विलम्बा।।
चंड मुंड संहार करे तो, तू चंडी माता कहलाए।
रौद्र भयंकर दिखाए तो, तू काली माता बन जाए।
हे कपालिनी विंध्यवासिनी, मां तू भवानी अम्बा,
हे महाशक्ति , हे महाशक्ति , तू मेरी जगदम्बा।
विपदाएं कैसी आन घिरी ,संकट हरती विलम्बा।।
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स्वरचित मौलिक
अनुपमा वर्मा
रायबरेली