फासलों की मानो शुरुआत हुई है....
दिल दुखा है, जो अश्कों की बरसात हुई है।
फासलों की मानो शुरुआत हुई है....
आँखे बंद की है तो पलकों मे, ख्वाब भी जरूर आएंगे...
आँखे बंद की है तो पलकों मे, ख्वाब भी जरूर आएंगे...
वो सवेरा होने की फिराक मे है, हमें डर है अभी अभी तो रात हुई है।
फासलों की मानो शुरुआत हुई है....
क्या बिसात थी, क्या खेल खेला ज़िन्दगी ने, कुछ समझ आया ही नहीं......
क्या बिसात थी, क्या खेल खेला ज़िन्दगी ने, कुछ समझ आया ही नहीं......
चलो आज फिर किसी अपने के हाथों अपनी मात हुई है।
फासलों की मानो शुरुआत हुई है....
दिन मे तारों का खो जाना, वो चाँद की सूरज से दूरियां....
दिन मे तारों का खो जाना, वो चाँद की सूरज से दूरियां....
पलकें भी नम सी है, शायद अश्कों की बरसात हुई है।
फासलों की मानो शुरुआत हुई है....
मेहसूस कर लो, बोल कर बताई तो वो क्या मोहब्बत.....
मेहसूस कर लो, बोल कर बताई तो वो क्या मोहब्बत.....
कैलाश आँखों आँखों मे ही अक्सर, दीवानो की बात हुई है।
फासलों की मानो शुरुआत हुई है....