shabd-logo

ज़िन्दगी

18 दिसम्बर 2021

11 बार देखा गया 11
थोड़ी हकीकत थोड़ा फसाना बाकी क्या है ज़िन्दगी।
थोड़ी ख़ुशी थोड़ी आंशुओ का बुलबुला है ज़िन्दगी।
थोड़ी हकीकत थोड़ा फसाना.........

कलम किस की, श्याही किस की,  कौन किस्मत मेरी लिख गया।
आँखों में अश्क़, लबों पे शिकवे, एक अधूरी मन्नत लिख गया।
वफ़ा के बाजार में एक बेवफा है ज़िन्दगी।
थोड़ी हकीकत थोड़ा फसाना.........


एक पहर का इश्क लेके, एक पहर की नफरते,
एक पहर का आराम लेके, एक पहर की करवटे,
चाहे इस से दूर हो जा, चाहे इस के साथ चल ले,
सामने तेरे शतरंज पड़ी है, जो चाहे तू बिशात चल ले,
मुट्ठी खोल ले या बंद कर ले बस हवा है ज़िन्दगी।
थोड़ी हकीकत थोड़ा फसाना.........



मै ख़ुश हूँ उन की जीत से, उस खुश हमारी है हमारी हार से,
आज लब मेरे जा के टकरा बैठे, एक खुली तलवार से,
लाजमी था जख़्मी हो जाना लबों का ये उस की किस्मत ना थी,
मौत का मुनाफा मिलता है यहाँ, ज़िन्दगी के व्यापार से,
मै खुश हूँ ज़िन्दगी से पर मुझ से खफा है ज़िन्दगी।
थोड़ी हकीकत थोड़ा फसाना.........

कैलाश कैसी जिद है ये , लहरो पे आशियाने की,
किनारे पे बैठ के ,  ज़िद डूब जाने की,
कौन सा शौक पाल बैठा है ये दिल
खामोशियों मै शोर पाना, महफ़िल मै गुनगुनाने की,
ज़िन्दगी तेरे इर्द - गिर्द ही मुल्ताफा है ज़िन्दगी।
थोड़ी हकीकत थोड़ा फसाना.........
6
रचनाएँ
एक कतरा आंसू ....
0.0
ज़िन्दगी के सफर के हर पल को शब्दों मे संजोया सा है..... एक लम्हा ज़िन्दगी का पाया तो एक लम्हा खोया सा है.....
1

मेरे दर्द

18 दिसम्बर 2021
2
1
4

<span style="font-size:17px" ;="">अपने ही दर्दो को अलफ़ाज़ दे के, अब लिखने और गुनगुनाने लगा हूँ मै।</s

2

ज़िन्दगी

18 दिसम्बर 2021
0
0
0

थोड़ी हकीकत थोड़ा फसाना बाकी क्या है ज़िन्दगी।<br>थोड़ी ख़ुशी थोड़ी आंशुओ का बुलबुला है ज़िन्दगी।<br>थोड़ी ह

3

हकीकत या फ़साना

18 दिसम्बर 2021
0
0
0

<span style="font-size:17px" ;="">थोड़ी हकीकत थोड़ा फसाना बाकी क्या है ज़िन्दगी।</span><br> <span style

4

इश्क

18 दिसम्बर 2021
1
1
2

<span style="font-size:17px" ;="">कुछ बेअदब कुछ बेमिजाज सा इश्क, किस ओर रुख करें कोई खबर नहीं है....

5

सफर ए जंदगी

19 दिसम्बर 2021
0
0
0

<span style="font-size:17px" ;="">अभी सफऱ मैं है, कुछ कदम चल ले, फिर नया इतिहास लिखेंगे......</span>

6

फ़ासले

21 दिसम्बर 2021
1
1
0

फासलों की मानो शुरुआत हुई है....<div>दिल दुखा है, जो अश्कों की बरसात हुई है।</div><div>फासलों की मान

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए