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सफर ए जंदगी

19 दिसम्बर 2021

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अभी सफऱ मैं है, कुछ कदम चल ले, फिर नया इतिहास लिखेंगे......
टूटी कलम से, बेहते पानी मे, दर्द कुछ अंदाज - ऐ  ख़ास लिखेंगे।
अभी सफऱ मैं है.......


एक ज़माने से मुझ से समंदर और समंदर से मे अनजान था.....
इस से पार जाना मुश्किल डूब जाना आसान था....
चलो फिर कभी पानी की हथेली पे नयी प्यास लिखेंगे।
.अभी सफऱ मैं है.......


वो मुस्कुराने के लिए, मेरे लबों की हसीं उधार ले गए.....
जो इस पार था खंजर, ना जाने कब उस पार ले गए...
आज जुबानी सुन लो, फुर्सत से कभी अश्कों से प्यार का एहसास लिखेंगे।
अभी सफऱ मैं है.......


इमारते दिखती है हर जगह, मे शहर मे घऱ ढूंढ़ता हूँ...
बहुत मिठास सी दिखती है हर जगह, मोहब्बत का ज़हर ढूंढ़ता हूँ.....
नफरत की बंजर पड़ी ज़मीन मे, मोहब्बत की नयी कपास लिखेंगे।
अभी सफऱ मैं है.......


सीख लिया है इंसानो ने, हालात देख कर, नजर मिलाने का हुनर........
काजल बना के अश्कों का, मुस्कुराने का हुनर........
वो हाथ पे उठा के पत्थर, कांच ए दीवार पे, नाम ए कैलाश लिखेंगे।
अभी सफऱ मैं है.......
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रचनाएँ
एक कतरा आंसू ....
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ज़िन्दगी के सफर के हर पल को शब्दों मे संजोया सा है..... एक लम्हा ज़िन्दगी का पाया तो एक लम्हा खोया सा है.....
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मेरे दर्द

18 दिसम्बर 2021
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<span style="font-size:17px" ;="">अपने ही दर्दो को अलफ़ाज़ दे के, अब लिखने और गुनगुनाने लगा हूँ मै।</s

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ज़िन्दगी

18 दिसम्बर 2021
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थोड़ी हकीकत थोड़ा फसाना बाकी क्या है ज़िन्दगी।<br>थोड़ी ख़ुशी थोड़ी आंशुओ का बुलबुला है ज़िन्दगी।<br>थोड़ी ह

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हकीकत या फ़साना

18 दिसम्बर 2021
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<span style="font-size:17px" ;="">थोड़ी हकीकत थोड़ा फसाना बाकी क्या है ज़िन्दगी।</span><br> <span style

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इश्क

18 दिसम्बर 2021
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<span style="font-size:17px" ;="">कुछ बेअदब कुछ बेमिजाज सा इश्क, किस ओर रुख करें कोई खबर नहीं है....

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सफर ए जंदगी

19 दिसम्बर 2021
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<span style="font-size:17px" ;="">अभी सफऱ मैं है, कुछ कदम चल ले, फिर नया इतिहास लिखेंगे......</span>

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फ़ासले

21 दिसम्बर 2021
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फासलों की मानो शुरुआत हुई है....<div>दिल दुखा है, जो अश्कों की बरसात हुई है।</div><div>फासलों की मान

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