ऐसा करोए तुम मुझे भुला दो। गलती की है तो मुझे सजा दो। बहुँत तकलीफ देता हूँ तुझे मैंए अपने दिल से मेरी यादों को मिटा दो। खफा हो मुझसे ये मैं जानता हूँए यूँ न अपनी नज़रो से मुझे गिरा दो। बिछड़ने का इरादा तो तेरा ही थाए बेवफाई की बदनामी मुझपे न लगा दो। और कैसे भुलाऊँ मैं तेरे यादों कोए कोई रास्ता अब तुम ही दिखा दो। बहुँत रूठा हूँ आज खुद से खुद मैंए जरा इस दिल को तो तुम मना दो। तुम ही हो मेरे ख्वाबों की रानीए मेरे मोहब्बत का ऐसा न सिला दो। वाकिफ होना चाहता हूँ अब मैं तुमसेए जरा अपने चेहरे से नकाब तो हटा दो। घहहह,.?