hindustan
प्रकृति भी आज बे-हाल है,इंसानियत का बुरा हाल है।।लूट डकैती भ्रस्टाचार अनाचारी,सब तरफ जोर इनका कमाल है।।लोग लड़ रहे हैं एक दूसरे से,सबके लिये अपने सत्ता का सवाल है।।सबको देख जानवर तक कह रहे,इनका तो हमसे भी बुरा हाल है।।तयाग, तपस्या, मानवता, परोपकार,क्या है? भूल गये, इस बात का मलाल है।।कहूँ सच की राह म