हाल ए दिल बाय - योगेश धाकड़
देखकर भी वो अनदेखा करते है,तन्हायी जो मेरी सरेआम होती है |जिनके बिना जि नही सकते,उन्ही के हाथों में जिंदगी की लगाम होती है |तोड़ देते है सपने वोही,जिनसे उम्मीदें तमाम होती है |कर देते है नजरंदाज वो खामोश चीखों को,जो मुझे उसकी जरूरत का पैगाम होती है |सबब ए इश्क और इम्तिहां में,जिंदगी हराम होती है |ला