इंदौर हॉस्पिटल
आधी रात गए कार का काफिला हॉस्पिटल के बाहर आकर रुकता है कुछ गार्ड्स जल्दी से कार से निकलकर बीच वाली कार के गेट को खोलते हैं जिसमें से मिवान राजदान एक लड़की का हाथ पकड़कर बाहर आता है,
Mivaan राज़दान आंखों की काली गहरी आंखों में अभी गुस्सा साफ झलक रहा था,वो जैसे ही हॉस्पिटल के अंदर जाने लगता है वो लड़की मिवान के हाथ को छुड़ाते हुए कहती है "प्लीज़ मिवान मत करो ऐसा, मैं मर जाऊंगी प्लीज़"
मिवान अपने दांत पीसते हुए कहता है "और जो तुमने मेरे साथ किया है उसके क्या...? मिवान राजदान किसी को माफ नहीं करता है,तुम्हारी की गई गलती की सजा तो मैं तुम्हें देकर रहूंगा, अंविता"
मिवान बहुत गुस्से में कह रहा था जिससे अंविता डर से चुप हो जाती है और उसका गोरा चेहरा लाल हो जाता है,उसकी आंखे रोने से सूझ चुकी थीं लेकिन मिवान को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था,
मिवान "अखंड" कहकर चिल्लाता है तो अखंड दौड़ते हुए आकर कहता है "इस वक्त ज्यादातर डॉक्टर्स घर जा चुके हैं,एक इंटर्न है थर्ड फ्लोर पर"
मिवान अखंड की बात सुनकर अंविता को लेकर लिफ्ट से थर्ड फ्लोर पर चला जाता है,अब अंविता बस खुद में ही सुबक रही थी कुछ कह नहीं रही थी, अखंड भी उनके पीछे पीछे चला जाता है,
थर्ड फ्लोर में केबिन में पहुंचते ही मिवान अंविता को चेयर की तरफ जाने का इशारा करते हुए कहता है "जाकर कहो उस डॉक्टर जो मैंने तुमसे कहा है,"
मिवान बाहर ही रुक जाता है अंविता धीमे कदमों से केबिन के अंदर चली जाती है और सामने बैठी डॉक्टर को नम आंखों से देखने लगती है,
वो एक लेडी डॉक्टर थी,उसने अभी भी चेहरे पर मास्क पहना हुआ था,जिससे उसकी हरी आंखें और भी खूबसूरत नजर आ रही थी,वो लड़की अंविता को देखती है तो जल्दी से चेयर में बैठने का इशारा करते हुए कहती है "प्लीज़ बैठिए,बताइए क्या प्रॉब्लम है,"
अंविता धीरे से कहती है "मुझे अबॉर्शन करवाना है,"
वो डॉक्टर पानी का ग्लास अंविता की तरफ बढ़ाते हुए कहती है "प्लीज़ रिलैक्स हो जाइए,मेरा नाम अधीरा है आप मुझे बता सकती हैं,ये अनवांटेड प्रेगनेंसी है या फिर कोई आपको प्रेजराइज कर रहा है,"
अधिरा की बात सुनकर अंविता खुद को रोक नहीं पाती है और जोर से जोर रोने लगती है,अधीरा जल्दी से अंविता को गले लगाते हुए उसके पीठ को सहलाते हुए कहती है "देखो तुम मेरी बहन जैसी हो,चुप हो जाओ बताओ मुझे क्या हुआ है...? क्या बात है,"
अंविता रोते हुए कहती है "मैं इस बच्चे को चाहती हूं लेकिन मेरा होने वाला हसबेंड ऐसा नहीं चाहता,उसे बच्चे पसंद नहीं हैं,इसलिए आज हमारी शादी से पहले वो मुझे यहां अबॉर्शन करवाने लाया है,"
अंविता फूट फुटकर रोने लगती है तो अधीरा गुस्से में कहती है "तुम्हारा हसबैंड खुद को समझता क्या है, मैं अभी उसकी अकल ठिकाने लगाकर आती हूं,"
अंविता अधीरा को रोकती उससे पहले ही अधीरा केबिन से बाहर आ जाती है, और बाहर खड़े अखंड के कॉलर को पकड़कर एक जोरदार थप्पड़ मार देती है,
अखंड का चेहरा दूसरी तरफ गिर जाता है मिवान जो फोन पर बात करते हुए केबिन की तरफ ही आ रहा था,जब उसकी नजर इस नजारे पर पड़ती है तो उसके चेहरे पर एक टेढ़ी मुस्कान तैर जाती है,
अखंड हैरानी से अधीरा को देखता है तो अधीरा गुस्से में चिल्लाते हुए कहती है "तुम खुद को समझते क्या हो...? एक तो उस लड़की को इतने दर्द में अकेला छोड़ दिया है उसपर से अपनी घटिया सोच उसपर थोप रहे हो,जब तुम्हें बच्चा चाहिए ही नहीं था तो उसे प्रेगनेंट क्यों किया,शादी के दिन तुम्हें याद आया है ये सब,तुम जैसे घटिया इंसान को तो मैं इतनी आसानी से छोडूंगी नहीं,अभी के अभी पुलिस को कॉल करूंगी मैं,और तुम्हें अरेस्ट करवाऊंगी,"
मिवान पीछे से ही कहता है "कौन से क्राइम में...?जरा बताओगी,"
अधीरा गुस्से में पलटती है और मिवान को पॉइंट करते हुए कहती है "ओ मिस्टर तुमसे बात नहीं कर रही हूं मैं,तो बीच में जुबान अड़ाने करने की जरूरत नहीं है,"
मिवान गुस्से में अधीरा को घूरता है तो अधीरा भी बदले में मिवान को घूरती है,इतने में अन्विता भी वहां आ जाती है, और वो जल्दी से अधीरा का हाथ पकड़ते हुए कहती है "डॉक्टर चलिए यहां से जो काम करने को कहा वो कीजिए आप,"
अधीरा अन्वीता को देखकर कहती है "तुम डरो मत, कुछ नहीं होगा,और किसी ने तुम्हारे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की तो हम पुलिस के पास जायेंगे,"
अधीरा अखंड को घूरते हुए कहती है "और तुम खड़े खड़े मेरा मुंह क्या देख रहे हो,जल्दी से अपनी होने वाली बीवी से माफी मांगो और लेकर जाओ इज्जत से अपने घर,"
अखंड का दिमाग वैसे ही खराब हो गया था क्योंकि अभी अभी उसने दूसरे की गलती की सजा भुगती थी उसपर से उसके सामने ये लड़की कुछ ज्यादा ही बोल रही थी,
अखंड अपने गुस्से को दबाते हुए कहता है "चुप चाप जो काम करने को कहा गया है वो करो,"
अंविता अधीरा को देखकर हां में सिर हिलाते हुए कहती है "अखंड सही कह रहा है,चलो ना प्लीज़,"
अंविता की बात सुनकर अधीरा का दिमाग खराब हो जाता है और वो अन्वित को घूरते हुए कहती है "तुम पागल हो क्या,तुम अभी भी इसकी साइड ले रही है, मैं नहीं कर रही कुछ भी,जाओ किसी दूसरे हॉस्पिटल में करवा लो,"
अधीरा गुस्से में अंविता का हाथ झटकते हुए कहती है "तुम जैसी लड़कियों मैं कभी नहीं समझ सकती,"
अधीरा अपने केबिन में जाने के लिए कदम बढ़ाती है की मिवान अखंड की बैक से गन निकालकर अधीरा के गले पर रखते हुए कहता है "ऑपरेशन जिंदा करोगी या मुर्दा,"
अधीरा गन को हैरानी से देखती है और मिवान को घूरते हुए कहती है "तुम्हें क्या लगता है की तुम मुझे इस खिलौने से डरा लोगे,बचपन से खेलती आई हूं इससे,डरती नहीं हूं मैं,इस खिलौने से,"
मिवान को अधीरा की बेखौफ हरी आंखों को देखकर गुस्सा आ रहा था,और उसकी काली गहरी लाल हो रही थीं, मिवान अपने दांत पीसते हुए कहता है "आधे घंटे हैं तुम्हारे पास अगर तुमने अबॉर्शन नहीं किया,आई स्वेर मैं भूल जाऊंगा की तुम एक लड़की हो,और लड़कियों पर हाथ उठाना राज़दान खानदान के उसूलों के खिलाफ है,"
अधीरा भी तुनक के कहती हैं "लेकिन मैं लड़के और लड़कियों में भेदभाव नहीं करती, मैं लड़कियों पर भी हाथ उठा सकती हूं और लडको पर हाथ पैर मुक्का सब उठा सकती हूं,"
मिवान कुछ कहता उससे पहले ही अंविता अधीरा का हाथ पकड़कर केबिन में ले जाती है, मिवान का फोन बजने लगता है तो वो जल्दी से कॉल रिसीव करते हुए कहता है "तू फिक्र मत कर मैं दो घंटे में तेरे सामने रहूंगा,ये काम आज ही होगा,"
केबिन में
अंविता रोते हुए कहती है "प्लीज़ अधीरा तुमने कहा ना की तुम मेरी बहन जैसी हो,प्लीज़ मिवान की बात मान लो वो बहुत बेरहम है,वो कुछ भी कर सकता है प्लीज़ ऑपरेशन का दो ना,"
अधीरा कंफ्यूज होते हुए कहती है "मतलब जिसे मैंने थप्पड़ मारा, अखंड को सुनाया,वो तुम्हारा होने वाला हसबैंड नहीं है,वो बेरहम इंसान तुम्हारा हसबैंड है,"
अंविता हां में अपना सिर हिलाते हुए कहती है "हां,"
अधीरा अंविता को देखकर कहती है "सच बताओ, ऐसे बेरहम इंसान के साथ अपनी जिंदगी गुजारना चाहती हो...?क्या सच में उससे शादी करना चाहती हो...?क्या सच में इस बच्चे को इस दुनिया में आने से पहले ही...."
अन्विता अधीरा के मुंह में हाथ रखते हुए कहती है "ऐसा नहीं है, मैं मां बनना चाहती हूं अपने बच्चे को लेकर बहुत दूर जाना चाहती हूं,जहां मिवान की परछाई भी ना हो,एक औरत के किए मां बनने का सुख कितना सौभाग्य की बात होती है,जानती हूं मैं, मैं अपने बच्चे के साथ जीना चाहती हूं,"
अधीरा अंविता को देखकर इमोशनल हो जाती है और वो अपने आंसू पोंछते हुए कहती है "अपने बच्चे से इतना प्यार करती हो तो डरो मत, मैं तुम्हें यहां से निकालती हूं,मेरा भाई पुलिस ऑफिसर है,वो इंदौर आया है मैं उसे कॉल करती हूं वो तुम्हारी बात जरूर समझेगा,"
अन्विता जल्दी से अधीरा का फोन छीनते हुए कहती है "नहीं ऐसा मत करो,यहां के सभी पुलिस वाले मिवान से डरते हैं, और जो नहीं डरता उसे मिवान डरा देता है, मैं नहीं चाहती तुम्हारे भाई को कुछ हो,एक काम करो मुझे बस इस हॉस्पिटल से निकाल दो, मैं यहां से कहीं दूर चली जाऊंगी,"
अधीरा परेशान होते हुए कहती है "लेकिन तुम अकेले.."
अन्विता अधीरा की बात काटते हुए कहती है "बहन कहा था ना तुमने, तुम्हें मेरी कसम बस मुझे यहां से निकाल दो,"
अधीरा कुछ नहीं कह पाती है और वो सोचने लगती है तभी उसके दिमाग में एक आइडिया आता है और वो अंविता को देखकर कहती है "जल्दी से अपने कपड़े चेंज करो, और हां मेरी बात ध्यान से सुनो,यहां से निकलते ही बाएं साइड जाना वहां प्राइवेट लिफ्ट है जो सिर्फ हम डॉक्टर्स के कार्ड से ही खुलता है मेरा आईडी कार्ड पकड़ो और उस लिफ्ट के जरिए बाहर चली जाओ,"
अंविता अधीरा को हग करते हुए कहती है "थैंक यू सो मच,"
अधीरा अंविता को देखकर कहती है "ये सब बाद में कह देना अभी जाओ,वरना वो बेरहम इंसान फिर से आ जायेगा,"
अंविता अधीरा के कपड़े पहनकर बाहर चली जाती है उसके बाहर जाते ही अखंड दो कदम पीछे हट जाता है,क्यों की बार बार अखंड को थप्पड़ खाने का शौक नहीं था,
अन्विता जल्दी से अधीरा के बताए अनुसार उसका कार्ड उसे करके लिफ्ट से हॉस्पिटल के बाहर चली जाती है,
करीब आधे घंटे बाद मिवान वापस केबिन के पास आते हुए कहता है "अखंड जाकर जल्दी से अंविता को लेकर आओ,टाइम हो गया है,"
अखंड मिवान को देखकर कहता है "लेकिन वो डॉक्टर तो आधे घंटे से पता नहीं कहां गई है वापस ही नहीं आई है और...."
अखंड ने इतना ही कहा था कि मिवान और अखंड की आंखें हैरानी से फैल जाती है और दोनों ही जल्दी से केबिन के दरवाजा खोलकर सामने देखते हैं,
अधीरा अंविता के कपड़े पहने बैठी हुई थी, अधीरा अभी भी मास्क पहने हुई थी,लेकिन उसकी हरी समुद्र सी आंखों में मुस्कान की वजह से जो चमक आई थी,उससे मिवान का खून खोलने लगा था,
अधिरा मीवान के पास आने लगती है तो मिवान अधीरा का गला पकड़कर उसे दीवार पर लगाते हुए कहती है "तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई..? अंविता को भगाने की...?"
अधीरा अपने हाथ में पकड़े सर्जिकल नाइफ से मिवान के हाथ में वार करती है, तो मिवान के हाथ से अधीरा का गला छूट जाता है, और वो हल्के से खांसते हुए कहती है "मुझे कमज़ोर समझने की भूल मत करना,"
मिवान कुछ कहता उससे पहले ही वहां एक नर्स दौड़ते हुए आती है और अधीरा को देखकर कहती है "डॉक्टर आपकी नानी को होश आ गया है, और वो आपको जल्दी से बुला रही हैं,"
अधीरा नर्स की बात सुनकर खुश होते हुए कहती है "सच,जल्दी चलो..."
अधीरा दो कदम ही चली थी की मिवान उसका हाथ पकड़कर रोकते हुए कहता है "ऐसे कैसे चलो, अभी तो तुमसे हिसाब बराबर करना है,अंविता को तुमने भगाया है ना,अब उसकी जगह तुम मंडप में बैठोगी,"
अधीरा हल्की हंसी के साथ कहती है "दिमाग तो ठिकाने पर है ना तुम्हारा,"
मिवान अधीरा को घूरते हुए कहता है "तुम जैसी लड़की के साथ इंसान का दिमाग ठिकाने पर रह ही नहीं सकता,चुप चाप मेरे साथ चलो और शादी करो मुझसे,"
अधीरा मिवान का हाथ छुड़ाते हुए कहती है "मैं ऐसा कुछ नहीं करने वाली बेरहम इंसान,हाथ छोड़ो मेरा,मुझे अपनी नानी मां के पास जाना है,"
मिवान अखंड को घूरता है तो अखंड वहां से चला जाता है, मिवान अधीरा का हाथ छोड़ देता है तो अधीरा दौड़ते हुए वहां से चली जाती है,
अधीरा अपने नानी मां के वार्ड के बाहर रुकती है और हैरानी से वहां सबको घूरते हुए कहती है "ये क्या कर रहे हो तुम लोग....? ये गन लेकर क्यों खड़े हो यहां...?"
इतने में वहां मिवान आ जाता है और वो एक मुस्कान के अधीरा को देखते हुए कहता है "क्यों गन उप्स खिलौना देखकर डर गई,लेकिन तुम तो बचपन से इस खिलौने के साथ खेलती आई हो ना,तो आज चेहरे पर डर कैसा,"
अधीरा चिल्लाते हुए कहती है "देखो अगर मेरी नानी मां..."
मिवान गुस्से में अधीरा को घूरते हुए कहता है "आवाज नीचे,वो क्या है ना मुझे चीखने चिल्लाने वाले लोग पसंद नहीं है,इसका हर्जाना तुम्हारी नानी मां को भुगतना पड़ सकता है,"
अधीरा की आंखों में गुस्सा उतर आता है और वो अपने दांत पीसते हुए कहती है "क्या चाहते हो...?"
मिवान भी अपनी कोल्ड वॉइस में अधीरा की ग्रीन आईज को घूरते हुए कहता है "मंडप में मेरी दुल्हन बनकर बैठोगी, और बिना किसी मेलोड्रामा के शादी करोगी,मुझसे"
अधीरा अपने पीछे गार्ड्स को अपने हाथ में गन लिए खड़ा देखती है और फिर मिवान को देखकर कहती है "और अगर मैं ना करूं तो,तुम मेरी नानी मां को मार दोगे,"
मिवान अधीरा का सवाल सुनकर उसे घूरते हुए कहता है "ना करने की कोशिश करके देख लो, तुम्हारे घर के हर एक इंसान को मौत से बदतर सजा दूंगा,यकीन नहीं आता तो अपनी नानी मां के पास खड़ी नर्स को देख लो,जिसके हाथ में अभी तुम्हारी नानी मां की मेडिसिन है और मुझे तुम्हें ये बताने की जरूरत नहीं है की अभी इस वक्त उन्हें मेडिसिन की कितनी जरूरत है,"
वैसे तो ये जग जाहिर है की आगे क्या होगा....! लेकिन मैं बस इतना कहना चाहती हूं की आप लोग अपना ओपिनियन मोहल्ले की आंटियों के सलाह की तरह दे सकते हो दिल खोलकर,मैं बुरा नहीं मानूंगी....! और हां आप लोग तो पूछेंगे नहीं इसलिए मैं ही बता देती हूं अधीरा का चेहरा इसलिए नहीं दिखाया क्योंकि इसके पीछे कुछ रीजन है और हां एक और बात,कैसा लगा आप लोगों को मिवान और अधीरा का पहला सीन...? कमेंट में बताना...?