बाह री दुनिया तेरे रिवाज ,
बाप मरे तो करे बेटा काज ।
चलना सिखाया जिसने मुझे
कैसे जलाऊ उसको आज ।।
बाह री दुनिया तेरे रिवाज ,
जिसने बनाई थी मेरी दुनियां ।
अब वो कैसे करेगा उस पर राज ,
जब बाप ही छोड़ कर चल दिया कैसे संभालू सारे काज ।।
बाह री दुनिया तेरे रिवाज ,
लूट कर मुझसे कहती हैं बनना सीखो ।
आंसू देकर कहती पोछना सीखो ,
अब क्या करू तुझसे गिला ऐतराज ।।
बाह री दुनिया तेरे रिवाज ,