बेटे की विडंबना
बाह री दुनिया तेरे रिवाज , बाप मरे तो करे बेटा काज ।चलना सिखाया जिसने मुझे कैसे जलाऊ उसको आज ।।बाह री दुनिया तेरे रिवाज ,जिसने बनाई थी मेरी दुनियां ।अब वो कैसे करेगा उस पर राज ,जब बाप ही छोड़ कर चल दिया कैसे संभालू सारे काज ।।बाह री दुनिया तेरे रिवाज ,लूट कर मुझसे कहती हैं