shabd-logo

भक्ति गान - जय महावीर स्वामी

25 नवम्बर 2018

155 बार देखा गया 155

भक्ति-गान।।

जय महावीर स्वामी

जय महावीर स्वामी,

जय महावीर स्वामी, जय महावीर स्वामी।।


नित तेरे दर्शन पाऊं, और तेरी कृपा पाऊं स्वामी;
सामने भी आओ स्वामी, कृपा की वर्षा करो स्वामी;
जय महावीर स्वामी, जय महावीर स्वामी।।


नित तेरा नाम जपूं, तेरे मार्ग पर बढ़ता जाऊं स्वामी;
राह भी दिखाओ स्वामी, मार्ग पर आगे बढाओ स्वामी;
जय महावीर स्वामी, जय महावीर स्वामी।।


तुझे सदा ध्याऊं, सब छोडूं, सुख में स्थापित होऊं स्वामी;
मेरे ध्यान में रहो स्वामी, सुख में मुझे भी स्थापित करो स्वामी;
जय महावीर स्वामी, जय महावीर स्वामी।।


बिन विधि जाने, भक्ति करुं, पर स्वीकार करो स्वामी;
अपनी भक्ति में रखो स्वामी, मुझे भी स्वीकार करो स्वामी;
जय महावीर स्वामी, जय महावीर स्वामी।।


बिन सच्चे ज्ञान, आया हूं तेरी शरण, पर उद्धार करो स्वामी;
अपनी शरण में लो स्वामी, मेरा भी उद्धार करो स्वामी;
जय महावीर स्वामी, जय महावीर स्वामी।।


भाव जगे हैं, अभी मेरे भाव जगे हैं, स्थाई करो स्वामी;
अपने से जोड़ो स्वामी, मेरे भाव स्थाई करो स्वामी;
जय महावीर स्वामी, जय महावीर स्वामी।।


तेरे गुण गाऊं, शीश झुकाऊं स्वामी, मैं भी वीर बनू स्वामी;
मुझे भी वीर बनाओ स्वामी, मुझे भी वीर बनाओ स्वामी;
मुझे भी वीर बनाओ स्वामी, मुझे भी वीर बनाओ स्वामी।।


जय महावीर स्वामी, जय महावीर स्वामी,
जय महावीर स्वामी।। ।।


उदय पूना

^^^^^ ------- ^^^^^ ------- ^^^^^

रेणु

रेणु

आपकी स्नेहाशीष अनमोल है -- प्रणाम

30 नवम्बर 2018

उदय पूना

उदय पूना

प्रिय रेणु - आभार - आप इतना सारा पढ़ लेतीं हैं और अच्छे, सटीक, सुन्दर, रचना से जुड़े हुए निज टिप्पणी भी कर देतीं हैं; आपकी यह ऊर्जा बनी रहे - शुभकामनायें शुभकामनायें - प्रणाम

30 नवम्बर 2018

रेणु

रेणु

आदरणीय सर -- बहुत ही सुंदर अभ्यर्थना लिख दी आपने महावीर भगवान की | एक सरल भगत के सरल और निर्मल उदगार पिरोये हैं रचना में | शुभकामनायें |

29 नवम्बर 2018

1
रचनाएँ
PremBhakti
0.0
प्रेम भक्ति -- यहां हैं प्रेम-भक्ति से भरी रचनाएं, मेरे ईष्ट से मेरा सीधा निज संवाद और जोड़,

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए