भटकता रहा - मेरा जीवन, कदम कदम; लेख हैं मेरे जीवन से जुड़े हुए; मेरा जीवन कदम कदम चलता रहा, मेरे जीवन में कुछ कुछ होता रहा, एक दिशा नहीं रही, भटकता रहा;
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*गहराई की छिपी वर्जनाओं के स्वर*( "स्वयं पर स्वयं" से )मैं भटकता रहामैं भटकता रहा; समय, यूं ही निकलता रहा;मैं भटकता रहा। उथला जीवन जीता रहा;तंग हाथ किये, जीवन जीता रहा।न किसी को, दिल खोल कर अपना सका;न किसी का, खुला दिल स्वीकार कर सका;न आपस की, दूरी मिटा सका;न सब कुछ दे सक
** मेरी कामना - निज रास्ता **यह है मेरी कामना; मिल ही जाए मुझे मेरा रास्ता; मिल ही जाए तुझे तेरा रास्ता; मिल ही जाए मुझे मेरा रास्ता, मेरा निज रास्ता; मिल ही जाए तुझे तेरा रास्ता, तेरा निज रास्ता। मिटा दे भटकन ऐसा रास्ता; होश संग मदहोश रखे ऐसा रास्ता। मिल ही जाए
मेरे लिए पर्याप्त है ( लघु ) पूरा रास्ता,नहीं मालूम;वांछनीय गंतव्य, जहां जाना है, नहीं मालूम; एक बार में,