एक बार एक शहर में एक घर था जो बहुत पुराना था। इस घर में एक रिश्तेदार की मौत के बाद से अनुभव किए गए थे। कई लोगों ने इस घर में भूतों की आवाज सुनी थी और इस घर के पास से गुजरना डरावना महसूस करते थे।
एक दिन, एक लड़की ने इस घर के सामने सीटी बजाई। सीटी बजाने के बाद वह घर के दरवाजे के पास से गुजरने लगी, लेकिन एक भूत ने उसे पकड़ लिया। लड़की ने चिल्लाकर मदद मांगी, लेकिन कोई नहीं आया। उसने फिर से सीटी बजाई लेकिन फिर भी कोई नहीं आया।
फिर लड़की ने धीरे-धीरे सीटी बजाना बंद कर दिया और भूत से बात करने लगी। भूत ने उससे कहा कि उसे इस घर में रोज रात को दुखी आवाज सुनाई देती है और उसे कोई नहीं सुनता। भूत ने उससे बहुत सारी बातें की और उसे फिर से छोड़ दिया।
लड़की ने उस दिन से सीटी बजाना बंद कर दिया और उसे भूत के लिए रोज़ दुआ करने लगी।
लड़की ने अब सीटी बजाने की बजाय उस घर की चिंता करना शुरू कर दी थी। उसने ज्यादातर समय उस घर के सामने बैठकर बिताने लगा था। उसे लगता था कि उस घर में कुछ भी हो सकता है और उससे कुछ बुरा हो न जाए।
एक दिन, लड़की ने अपने दोस्तों को उस घर में ले जाने का फैसला किया। उसे अपने दोस्तों को यह सिखाना था कि किसी भी घर में भूत होने के बावजूद हम उसे समझ सकते हैं और उससे डरने की जरूरत नहीं होती है।
लड़की ने अपने दोस्तों को उस घर में ले जाया। वह घर बहुत पुराना और भयावह लग रहा था। लेकिन उन्होंने अपनी डर को नियंत्रित कर लिया और घर के अंदर जाकर उसे खोजने लगे।
उन्होंने घर के हर कोने को खोजा लेकिन कुछ नहीं मिला। उन्होंने अपनी जाँच पूरी कर ली थी जब एक अलमारी का दरवाजा खुला। उन्होंने अलमारी में देखा तो वहां एक ताला लगा हुआ बंद था।
लेकिन वे ताला खोलने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने अनुभव से जाना कि अधिकतर भूतों को तालों से कोई शिकायत नहीं होती, लेकिन लड़की के दोस्त भूतों को भी समझते नहीं थे। वे ताला तोड़ने के लिए नाकाम रहे और समय बीतता जा रहा था।
अचानक घर के अंदर कुछ सुनाई देने लगा। उन्होंने अपने कान तनिक उठाकर सुना तो उन्हें लगा कि उस घर का कोई आवाज नहीं है। उन्होंने एक दुविधा में जकड़ गए कि वे क्या करें।
तभी उन्होंने फिर से उस घर में सीटी की आवाज सुनी। लड़की ने फिर से सीटी बजाने की कोशिश की लेकिन यह बार-बार नहीं बज रही थी। उन्होंने फिर से जाँच की लेकिन कुछ नहीं मिला।
फिर एक बार उन्होंने उस अलमारी की ओर देखा तो देखा कि ताला खुला हुआ है। उन्होंने अलमारी खोली तो देखा कि वहां एक साधु जी थे जो उन्हें शांति का पाठ पढ़ रहे थे।
लड़की और उसके दोस्त ने साधु जी से बात की और उन्होंने बताया कि उन्होंने उस घर में कुछ नहीं पाया। साधु जी ने कहा कि उन्होंने सीटी बजाई थी ताकि उन्हें उनकी मौजूदगी का अहसास हो जाए। उन्होंने भी बताया कि उन्होंने ताला तोड़ने की कोशिश की थी लेकिन नाकाम रही।
साधु जी ने बताया कि उन्हें यह बात पहले से ही पता थी और वह उन्हें समझाने आए थे। वे बताते हैं कि इस दुनिया में कई तरह के आत्माएं होती हैं और वे सभी मृतकों के रूप में नहीं आतीं।
वे बताते हैं कि इस घर में एक अत्याधिक दुखी आत्मा रहती है जो अपनी मृत्यु के कारण इस दुनिया से अलग होना नहीं चाहती है। वह लड़की की तरह सीटी बजाती है जो उसकी मौजूदगी का अहसास कराती है।
उन्होंने बताया कि उस अलमारी में ताला लगा हुआ था क्योंकि उस आत्मा को अलमारी से बाहर नहीं निकलने दिया जा सकता था। उन्होंने लड़की और उसके दोस्तों को बताया कि उन्हें इस आत्मा की मदद करनी चाहिए ताकि वह इस दुनिया से अलग हो सके।
लड़की और उसके दोस्तों ने साधु जी की बात मान ली