ये जीवन कितना अजीब होता है हर किसी के नसीब अलग अलग रंग में खिलता है जीवन की परतों में तलाशते है जिस रंग को एक वही रंग नहीं मिलता कभी कभी कोई नया रंग मिल जाता है किसी के जीवन को रंगीन तो किसी के जीवन का दाग़ बन जाता किसी को खूबसूरत लम्हों की दे जाता सौगात किसी हिस्से आते दर्द के जज्बात ऐसे ही जीवन के रंग काव्या के संग कितने ही रंगों से भरा है संसार सतरंगी इस जीवन में कही प्यार की बहार कही मिले सिर्फ इंतजार,कही मिलन की आस, कुछ दर्द में सिमटे अहसास,कभी रुसवाई, कहीं मिली बेवफाई,कही अपनो का मेला, कोई तन्हा अकेला,कुछ नारी जीवन का सफ़र, काव्यांशी लाई जीवन के हर रंग की खबर , होगा ये प्रयास काव्यांशी बने हर दिल की खास,
351 फ़ॉलोअर्स
37 किताबें