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इश्क की निशानी

3 मार्च 2022

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रख लो ना मुझे दिल में इश्क की
निशानी बनाकर
खो ना देना भूली बिसरी कहानी 
समझकर
रोक न पाओगे जो बन गई
मैं आंखो का दरिया
सज जाऊं क्या लबों पर
मुस्कुराहट सुहानी बनकर

अपना प्यार अपनी चाहत बना लो
शामिल कर जिंदगी में मुझे अपनी 
आदत बना लो
उदासी में अपनी मुझे खिलखिलाहट
बना लो
तुम बेचैनी में राहत मुझे बना लो ना

ये अजनबी सी दुनिया तेरे आंखो का
बन जाऊं मै ख्वाब
वार दूं अपनी दुनिया तुझपर
चाहूं तुम्हे बेहिसाब
तेरे सवालों का जवाब बन जाऊं
एक तू ही समझे मैं वो किताब बन जाऊं

जो देखो आंखो से सुहाना मंजर बन जाऊं
बंद आंखो से देखो तो हसीन ख्वाबों का
सफ़र बन जाऊ
अगर दिल में रखो तो एक निशानी बन जाऊ
ना खो देना मुझे मै कही अधूरी कहानी बन जाऊ.


ऋतेश आर्यन

ऋतेश आर्यन

बहुत सुंदर भाव 💐

18 मार्च 2023

Sanjay Dani

Sanjay Dani

बहुत खूब।

24 अप्रैल 2022

Neha Dadhich

Neha Dadhich

Very nice

3 अप्रैल 2022

Gudiya

Gudiya

Sister apna isma dil ki puri feelings dali ha bahut achi ha "ishq ki nishani " motivate karna k liya bhi bahut achi ha I loved ishq ki nishani

1 अप्रैल 2022

Sanjay Dani

Sanjay Dani

Nice one.

1 अप्रैल 2022

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

बहुत खूबसूरत लिखा है काव्या आपने🌹🌹🌹

28 मार्च 2022

Tamanna S

Tamanna S

Superbly penned ;)🌛💕

26 मार्च 2022

Kiran Soni

Kiran Soni

Very nice

26 मार्च 2022

Saveer

Saveer

Very nice

25 मार्च 2022

Rahul

Rahul

Superbbb

24 मार्च 2022

60
रचनाएँ
काव्यांशी जीवन के रंग
4.8
ये जीवन कितना अजीब होता है हर किसी के नसीब अलग अलग रंग में खिलता है जीवन की परतों में तलाशते है जिस रंग को एक वही रंग नहीं मिलता कभी कभी कोई नया रंग मिल जाता है किसी के जीवन को रंगीन तो किसी के जीवन का दाग़ बन जाता किसी को खूबसूरत लम्हों की दे जाता सौगात किसी हिस्से आते दर्द के जज्बात ऐसे ही जीवन के रंग काव्या के संग कितने ही रंगों से भरा है संसार सतरंगी इस जीवन में कही प्यार की बहार कही मिले सिर्फ इंतजार,कही मिलन की आस, कुछ दर्द में सिमटे अहसास,कभी रुसवाई, कहीं मिली बेवफाई,कही अपनो का मेला, कोई तन्हा अकेला,कुछ नारी जीवन का सफ़र, काव्यांशी लाई जीवन के हर रंग की खबर , होगा ये प्रयास काव्यांशी बने हर दिल की खास,
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इश्क की निशानी

3 मार्च 2022
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रख लो ना मुझे दिल में इश्क कीनिशानी बनाकरखो ना देना भूली बिसरी कहानी समझकररोक न पाओगे जो बन गईमैं आंखो का दरियासज जाऊं क्या लबों परमुस्कुराहट सुहानी बनकरअपना प्यार अपनी चाहत बना लोशामिल कर जिंदगी

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मेरा हाथ थाम लो

4 मार्च 2022
99
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मेरा हाथ थाम लो किरहे ना दरमियान फिर कोई दूरीतेरे संग जीने की दिल ने भी दी है मंजूरीचाहत के सफ़र मे दिल चाहे एक तेरा ही साथताउम्र जो चल सको तो ही थामना हाथो में हाथतुम साथ कुछ यू निभानातुम दिल बन

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नारी जीवन

4 मार्च 2022
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शदियों से रीत रिवाज़ के दायरों मेंजीवन जीती है नारीवक्त बदला सोच बदलीनारी जीवन अब भी कायदे है जारीअब भी कहीं बाल विवाह से बचपन मुरझाताकहीं अबला समझ अपना ज़ोर आजमाताकोई विधवा जीवन जीने को मजब

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प्रेम

5 मार्च 2022
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प्रेम कहा अल्फाजों में बंध पाएना इसकी भाषा ना बोलीकैसे कोई प्रेम की परिभाषा समझा पाएप्रेम सच्चा हो तो हर मंज़रप्यारा नजर आएप्रेम ना शब्दो मे समाएप्रेम का हर रंग गहराप्रेम का हर दिल पर पहराफिज़ाओं

5

लाज शर्म की मर्यादा बतलाते है

5 मार्च 2022
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औरत को सदा ही मर्दों नेबेजार किया ,भरी महफ़िल में हर बार शर्मसार किया |मासूम बच्ची हो ,साड़ी में लिपटी काया,हर रूप में औरत ने ,इज्जत मान गवाए |छोटे कपड़ों को ,अस्मिता लूटने का कारण बताया, फि

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इश्क अजीब या इश्क करने वाले

6 मार्च 2022
56
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12

दूरी मे मिले तन्हाई करीब रहे तो रुसवा करते है ये इश्क के सारे रंग क्यों इतने अजीब होते है तन्हाई मे किसी के ख़यालो मे गुम होते है जो करीब रहे तो बेपरवाह बनते है ये इश्क ही अजीब है या इश्क करने वाले अज

7

बाते दिल की कहते है

6 मार्च 2022
43
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9

आओ कभी मिल बैठते हैदिल क्या है एक दूजे से कहते हैगलतफहमियों से ना पड़ जाए दराररंजीशें बढ़े कम हो जाए प्यारगांठे दिल की चलो खोलते हैआओ कभी मिल बैठते हैबाते दिल की एक दूजे से कहते हैनिकल जाए मन का गुब्ब

8

मुस्कुराहट

7 मार्च 2022
43
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7

जो लबों से छीन लोगे मुस्कुराहटक्या पा लोगे फिर तुम राहतक्या देकर दर्द हजार रह पाओगे सुकून से यारना रह पाओगे तुम भीबिन हमारे कर लो कोशिशें जो भूल सको तोभुला कर चाहे देख लोअगर मुहब्बत झूठी लगे तोआजमाकर

9

मेरे अल्फाजों का जायका

7 मार्च 2022
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8

एक अलग जायके में दिल के एहसासों को परोसा हमनेपसंद चाहे ना आएफिर भी दिल में उतर जाएचाहकर भी ना कर सके नजरंदाजमेरे अल्फाजों में हैअलग ही स्वादलफ्जो में घोले है पहलेअपने अहसासफिर जाक

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सब रहता है याद

7 मार्च 2022
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एक औरत ना बात ना कोईकभी भुलाईसब कुछ रखा याद हर अच्छी बुरी याद दिल में बसाई हैहर अपने के शुभ दिन से लेकरअपनी ख्वाहिशों की भेंट जब जब चढ़ाई हैहर अच्छी दिल में सजाईबुरी यादें दिल में दफनाई हैसब कुछ

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औरत के मन की ये है बात

8 मार्च 2022
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3

औरत के मन की ये है बात समझे कोई उसके भी जज़्बात महिला दिवस पर दे देना ये उपहार चाहे औरत थोड़ा सम्मान , अपनापन ओर प्यार सुविधाए चाहे थोड़ी कम दे देना आंखे ना औरत की नम करना कम हो चाहे धन दौलत और सुविधा

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कमजोर नहीं नारी है

8 मार्च 2022
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शदियो से सबने कहापुरुष ही सबसे बलशाली हैकोमल चंचल चितवन माना मतवाली हैपर जीती सदा से नारी हैनारी बिन जीवन अधूराबिन नारी ना पुरुष भाग्यशाली हैनारी से प्रेम है आस्था है और है विश्वासटूटी उम्मीदों म

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शादी का रिश्ता

8 मार्च 2022
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6

शादी का रिश्ता शादी के रिश्ते का सफर दो अजनबी की एक हुई डगर भरोसे और समर्पण का ये नाता एक अनजान सबसे अपना ज्यादा अपना हो जाता भरोसा उस पुरुष का जो एक अनजान साथी को अपने जीवन और अपनी दुनिया की

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अशुद्ध कहकर ना करो अपमान

9 मार्च 2022
24
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4

ये तन ये सुंदर कायाइस अशुद्धता से ही तुमने पायाये चाहत नहीं जरूरत है तुम्हारीना करो इसका अपमान इसी से तुम हो काबिल बने पाओ सम्मानये रक्त पाप  नहीं अपवित्रता की नहीं निशानीतुम्हारा वंश बढ़े पीढ़ी दर पी

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कुछ यू मिलना

9 मार्च 2022
18
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3

हंस कर सबसे मिलना अश्क बन ना किसी दिल कोभिगोनारूबरू होना ही नही है मुलाकातमिलकर जब तक घुल ना जाएदिल से दिल के जज्बातकिसी से मिले इस तरहसांसों में घुल जाए खुशबू की तरहकिसी मिले तो खुद को ही भूल जा

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हम रहे ना रहे

10 मार्च 2022
18
16
2

मिला नही तेरा साथ पर साथ है तेरी यादों के अहसास जिंदगी में यू नही कोई है कमी बिन तेरे अधूरी लगे जिंदगी आंखों में छाई है नमी तुम भूल जाओ हमें इसका भी गम नहीं पर तेरे ख्यालों के बिन जी पाए हम नहीं हम रह

17

रिश्तों की डोर

10 मार्च 2022
19
17
4

रिश्तों की डोर तब हो कमजोर गलतफहमी की बनने लगे दीवार शक और सवाल दिल घर करने लगे यार सही गलत फिर समझ कहां आए खुद के सवाल खुद ही जवाब रच जाए सामने वाले को ना दे मौका बाते उसकी लगे धोका उम्मीद की डोर

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एक उम्मीद

11 मार्च 2022
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4

एक उम्मीदएक आसबदल रहा समाजक्या झूठा है ये विश्वासआज भी जहांखुलकर खिलखिलाकर हंसने परलड़कियों पर है पाबंदियांखुलकर रोने मे लडके कोलगे शर्मिंदियादहेज ना जो लड़की लाएमान सम्मान ना वो ससुराल में पाएसरकारी

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विचलित मन

11 मार्च 2022
21
18
4

ये मन क्यों विचलित हुए जाता है कभी सहमता कभी घबराता हैजाने क्यों ये डरा डरा सा रहता हैकुछ खोने के एहसास से ये विचलित होता हैकभी बेवजह बुझा सा कभी बात बात पर अड़ जाता हैये विचलित सा मन जाने क्या प

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क्या ये सच में प्यार है

12 मार्च 2022
17
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3

कैसा ये प्यार है,,Hii hlo से होती शुरुआतFriendship तक पहुंचे फिर बाततारीफों के पूल बनते बेशुमारफिर बोले एक फोटो तो भिजवाओमेरी प्यारी दोस्त की सूरत तो दिखलाओसूरत तो भा जातीबाते भी दुगनी ही जातीबातों का

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खामोश लफ्जों में छिपी दास्तान

12 मार्च 2022
18
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5

जीवन में उम्र का जब वो दौर आयामुरझाया यौवन पतझड़ का मौसम छायासूखे पतों सी उम्र उसकी झड़ रहीपूछी जब उससे जब उसकी पहचानखिलती सी उसकी हसरतें मन मेंअखियों के झरोखों मे मचलने लगी सारी दास्तानलबों पर थी लफ्

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ऐतिहासिक है ये प्रेम कहानी

12 मार्च 2022
23
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2

अद्धभुत ऐतिहासिक है ये प्रेम कहानीजैसे होती सुबह की किरण सुहानीवो महलों में रहने वालीबनी एक वैरागी की दीवानीना किसी की सुनी ना जग की मानीजीवनसाथी बने शिव ही मन उसने ठानीकठोर तपस्या की राहों में खड़ीहर

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Happy birthday meri jaan

13 मार्च 2022
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8

वो पल , वो वक्त ,वो दिन,वो सालएक नन्हा सा फूल गोदी में खिलाआया जीवन में बनकर मेरी जानखुशियों की महफिल सजाईजब घड़ी वो मेरे जीवन में आईचांद सी प्यारी सूरतसूरज की उसमे बड़ी रौशनाईना नज़रे तेरी खुशियों को

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नई शुरुआत

13 मार्च 2022
15
13
3

चलो चाहत की नई शुरुआत करते हैप्यार और भरोसे को बुनियाद रखते हैबनाए चाहत को प्यारा बंधनबने अनचाहा नाता ना हो इसे घुटनना ये कैद बने दिल को इसमें आजाद करते हैचाहत की दुनिया में मिले खुशियांइसलिए खुबिया त

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अनकही बातों का हिसाब

13 मार्च 2022
16
13
2

कुछ अनकही ख्वाहिशेंदर्द में सिमटी मुस्कुराहटेंपल पल अजमाइशेअनसुनी सी वो आहटें दर्द में लिपटे वो लम्हेना सुकून ना राहतेंमन ठहरे है तूफानआंखो की बरसातेअनकहे वो अल्फाजना समझ पाए जो जज़्बातसुलझ ना पा

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तकदीर और खुशियों का ये खेल

14 मार्च 2022
15
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4

मेरी तकदीर और खुशियोंजो ख़त्म चूहे बिल्ली सा खेल होमेरे दिल से सुकून का भी मेल होमुड़ कर जिंदगी में जब जब देखा हुआ एहसास जो तकदीर और खुशियां ना खेलती आंख मिचौली कितना कुछ जीवन में होता खास मेरे

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हर बार एक नए दर्द से मिला दिया

14 मार्च 2022
16
14
3

ए सनम मेरी चाहत का क्या खूब सिला दियाहर बार एक नए दर्द से मिला दिया,तुमसे ही तो मुझे चाहत की आस थीक्या झूठी तेरी हर मुहब्बत की बात थीमुमकिन नहीं एक लम्हा भी तुम्हे ना हुआ अहसासया समझ ना पाया तू मेरे इ

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अखियों के झरोखों से

15 मार्च 2022
18
16
2

अखियों के झरोखों सेतुम्हे करू तलाश मेरे यारनजरो से ओझल तुम ना हुआ करो दिलदारना चाहकर भी तुम्हे ढूंढे अखियां हर बारदिल की हसरत तुमअखियों का तुम करारजब तेरी सूरत कीइन झरोखों पर होती दस्तकमंज़र

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ख्वाहिशें संवर जाए

15 मार्च 2022
17
14
2

अखियों के झोरोखो से देखो तो सही झांख सनम एक बारबेचैन मेरे दिल को भी आएज़रा करारकभी तो कर दो नज़रे करम मिले सुकून पाए दिल ये आरामएक निगाह हम तेरी जो पड़ जाएदिल में बसी ख्वाहिशें संवर जाएकभी क

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चाहत पर मेरी उसे ना यकीन आया

15 मार्च 2022
16
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3

उदासी ढूंढ़ ही लेती है पास आने कीहर बार नई वजहशायद उसे भी नहीं रास आती मेरे दिल के सिवाकोई और जगहएक बार फिर खामोशी का छाया साया हैकिसी बातों ने दिल कोबड़ा तड़पाया हैआज विश्वास&nbsp

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हर बार पुरुष गलत नही होते

15 मार्च 2022
18
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2

पुरुष बुरे, फरेबी, कठोरहोते गैर जिम्मेदारक्यों ये खिताब पुरुष कोमिलते है हर बारहर बार पुरुष ही गलतये तो जरूरी नहींपुरुष के जीवन में भीहोती मजबूरी कईपुरुष भी होते सच्चे साथीकरते वो भी परवाहमन से हर रिश

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हालत बदलू या हाल बदलू

16 मार्च 2022
18
17
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मै हालत बदलू या अपना हाल बदलूकैसे तेरा ये जाल बदलूरंजिशो से घिरे तुम कैसे तेरे शक ओर सवाल बदलूया फिर मै अपने जवाब बदलूबड़ी कोशिश की संभाला भी मैंनेपर कैसे तेरा ये जाल बदलूया फिर मै अपने अंदाज बदल

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तुम हो तो

16 मार्च 2022
19
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5

तुम हो तो खुशनुमा हर मौसम है तुम हो तो दिलकश हर मंजर मेरे हमदम है तुमसे रंगीन फिजाएं है तुमसे महकती सी ये हवाएं है तुमसे ही होली दीवाली तुमसे ही हर त्योहार है तुमसे तो पतझड़ में भी बहार है तुम इन ना

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जिंदगी जैसे अमवास की काली रातें

17 मार्च 2022
18
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3

जिंदगी जैसे अमवास की काली रातेंतन्हाई में दोहराएं दिल उसकी प्यार भरी बातेंजब दर्द तन्हा रातों में मुझसे मिलता हैदर्द की किताब का हर पन्ना खुलता हैआंखो से होती है बरसातेखामोशी से हम दर्द में भीग जातेना

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आंसू ओर मुस्कान की प्रेम कहानी

17 मार्च 2022
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3

एक आंसू सच्चा सा अच्छा सा पर दिल से हारा सा कमज़ोर बेचारा सा ना आंखो से बहना चाहे बन कर सितारा आंखो मे रहना चाहे पर नसीब का मारा सा सबने आंखो से उतारा नहीं किसी वो प्यारा रहता बड़ा उदास नहीं बन पाए कि

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मेरी चाहत का नायाब मिला इनाम

17 मार्च 2022
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5

उसके अपनो में मेरा भी नाम हैमेरी चाहत का ये भी क्या कम इनाम हैअनकहे अल्फ़ाज़ भी सुन लेता हैहक जता कर अपनी बात कहता हैहर खता पर प्यार से समझायाभूल को हमारी उसने पल में भुलायादिल में सहेजा हमे उसने बड़े

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ऐसी हो ये चाहत

18 मार्च 2022
16
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4

तेरे मेरे रिश्ते को ना कोई नाम दूदिल तेरे प्रीत की डोरी से बांध लूशिकवे ना ना शिकायतखुशी और गम साथऐसी हो ये चाहतनदी के किनारों से साथ चलेहमसफर बनकर चाहे ना मिलेदिल से बंधी दिल की जो डोर हैआग

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तू दरिया प्रेम का

18 मार्च 2022
17
17
3

तू दरिया प्रेम का एक कतरे की मुझे आसएक बूंद बन मुझसे मिल जासमझेंगे उसे पूरी बरसाततड़प मेरी क्यों न नज़र तुम्हे आएअखियां तरसे बुझे ना नैनन की प्यासतेरी यादों में नीर बहाएबैरी पिया का दीदार ना पाएज

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खरीदी हुई दुल्हन

18 मार्च 2022
21
19
4

रिश्ते खरीदे और बेचे जाएलड़की की कीमत लगा करदुल्हन जब बनाएरस्में कुछ यूं निभाएशादी का बंधन बेडियाबन जाएरूह भी ही जाती गिरवीसांसे भी कर्ज में डूबी जाएबिक जाती है वोतन मन की कीमत जब लग जाएखरीदी हुई दुल्

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मेरे अल्फाजों में तलाशे

18 मार्च 2022
20
18
6

जाने क्यों हर कोई तुम्हेमेरे अल्फाजों में तलाशेतुम तो हो मेरी मुस्कुराहट में बसेमेरी आंखों में तेरी सूरतकोई तलाशे कभी मेरे मन मेंतेरी बसी है मूरतमेरी सांसों की सरगम में तुममेरी हर धड़कन में तुममेरी आव

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ए दिल

19 मार्च 2022
22
22
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ए दिल तू जो किसी से लग जाएगा बैठे-बिठाए ठोकर ही खाएगाजो कर देगा किसी के नाम तू धड़कनसौगात में तू पाएगा सिर्फ तड़पनजितने अदब से तू किसी चाहेगाउतना गहरा जख्म तुझे वो दे जाएगाये ना सोच तेरे अरमानों

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मन के सागर में जिज्ञासा की लहरें

19 मार्च 2022
25
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5

दुबक कर बैठी जिज्ञासाएंमन के कोनें कोने में मिल जाएलहरों सी मचलतीगिरती संभालतीपर शांत ना हो पाएमन बांवरा सानित नए तरीके अपनाएजिज्ञासाएं रूप बदल बदलसवाल अपने दोहराएंजिज्ञासाओं का तूफान ना ठहर

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एक दीवाने से हुई है यारी

19 मार्च 2022
17
15
4

एक दीवाने से हुई है यारीरूबरू ना हुए अभीबातों का सिलसिला है जारीअपनेपन के अहसास कावो अफसानावो लड़का है जरा सा दीवाना सावो पगला भी जरा , जरा वो सयाना सादिल बातों में हुई उससे साझेदारीएक दीवाने से हुई ह

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रिश्ते

20 मार्च 2022
13
14
2

जोड़ लो रिश्तेदिल की डोरी सेनिभे ना रिश्तेमजबूरी सेपरवाह जताएअपनेपन का अहसासमजबूरी के रिश्तों मेंना होती कोई आसगलतफहमी जख्म दे जाती हैअनकही बातें कभी कभी बड़ा सताती हैखामोशी करती खड़ी रिश्तों में दीव

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साथ तेरा मिल जाए

20 मार्च 2022
20
19
5

माना मैने तेरे संग जीवन मेरी सिर्फ कल्पनाएं है पर इस कल्पनाओं के जीवन में तो साथ तेरा मिल जाए हसरत तेरे संग जी लू खूबसूरत वो लम्हा तुम और मैं हो तन्हा विरह ना जिसमे साया हो प्रेम का अहसास गहराया हो तक

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अधूरी मुहब्बत की अधूरी कहानी

20 मार्च 2022
19
19
6

अधूरी मुहब्बत बड़ा दर्द देती है,अधूरी कहानी इश्क की दर्द भी गहरा एक सैलाब सा मन ठहरा रह रह कर यादों की लहरें तड़पाती है ,ये सैलाब ना थमता है ना राहत मिलने देता एक टीस ताउम्र के लिए मिलती है,अधूरी इश्क

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उससे बेहतर ना दिल चाहें

20 मार्च 2022
17
18
6

जिस शख्स को दिल शिद्दत से  चाहता है उसके सिवा ना किसी को  ये दिल अपनाता है वो मिले ना मिले जिंदगी में दिल उसकी जगह ना किसी को दे पाता है चाहे मिले कोई उससे बेहतर चाहे शक्सियत उसकी हो बेहतरीन

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ऐसे तो ना प्रीत निभाई जाए

20 मार्च 2022
22
21
5

बेवजह आखिर कब तक मुस्कुराएदिल तोड़े जब अपने तोकैसे जी पाएख्वाबों का आशियाना बनाना बड़ा ही है आसानसहेजे रखना बस रह जाता है अरमानबेवजह की बातों में उलझाएतोड़ भरोसा इश्क दांव पर लगाएबेमतलब से रखते दिल मे

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फिर हार गई मै

20 मार्च 2022
21
19
5

लो हार गई फिर एक बारतुमसे उम्मीद रखते रखतेइस चाहत की राह चलते चलतेतुम समझोगे मुझे इस आस मेंमात खा गई फिर इस विस्वास मेंदम तोड गई मेरी चाहतयहीं चाहते थे ना तुमअब तो मिली होगी तुम्हे राहतमै खुद ही दूर ह

50

उलझे रिश्तों की तकदीर कहा मिलती है

20 मार्च 2022
24
22
6

पानी पर तस्वीर कहा बनती हैउलझे रिश्तों की तकदीर कहा मिलती हैहाथो की लकीरों को क्या दोष देदिलबर जब हरजाई होख्वाबों को ताबीर नहीं मिलतीमाना इश्क की राहें मुश्किल बड़ी जब साथी साथ ना देइस सफ़र को मंजिल न

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एक छोटी सी कविता

21 मार्च 2022
21
20
7

ये मेरा जीवन एक छोटी सी कवितासुख दुख की बहती सीसरिताखुशी और गम कीलहरे उठती गिरतीमुश्किल डगर परगिरकर संभलतीआशाओं उम्मीदों की गलियों मेंबहतीजीवन सरिता मेरी छोटी सी कविताभाव आभाव सब सहतीमजिंल क

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खामोशी से

21 मार्च 2022
29
26
8

काश तू कभी सूरज बन आए मेरे अंधेरे मन को रोशन कर जाए चांद बन कभी जो नूर बरसाता नूरानी इश्क में मन मेरा जगमगाता कभी बादल बन जमकर बरस जाता सहरा सा प्यासा मन भीग भीग हरसाता कैसे तुम्हे भूल पाते हर मौसम

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करिबियां

22 मार्च 2022
17
17
3

हसरत है दिल कीरहूं तेरे मै करीबबन जाए हम एक दूजे का नसीबकरीबियाँ इस क़दरबढ़ जाएदूरी की ना कोई वजहमिल पाएचाहत का हो कुछ ऐसा असरतेरे आगोश में जिंदगी हो बसरकरीबियाँ कुछ यू बढ़ जाएरूह के हर ज़र्रे में तुझ

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मैं जरा सी हूं अजीब

23 मार्च 2022
21
20
4

मैं जरा सी हूं अजीबरहना चाहूं खुद ही करीबना बादलों की चाहतना बारिशें दे राहतना हवाओं की चाहूं उड़ानज़मीं से जुड़ी रहे बस पहचानमैं कठोर जैसे पर्वत चट्टानमैं रेत सी सागर संग बह जाने का अरमानमैं इंद्रधनु

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बदले बदले से मेरे अहसास है,

23 मार्च 2022
11
11
4

बदले बदले से मेरे अहसास है,जुदा जुदा दिल के जज्बात है।फिजाओं में तेरी महक है,छूकर जाती हवाओं में भी घुलेतेरे ही अंदाज है।छाया एक नया सा तेरी चाहत का,मुझ पर खुमार हैहर मंजर में नज़र आए तेरा प्यार है।एक

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एक अनजाना सा चेहरा

24 मार्च 2022
11
10
2

एक अनजाना सा प्यारा सा चेहरामेरे हर ख्वाब को सजा देता हैखुशियों की वजह बन वो जीवन को महकता हैबेरंग जिंदगी में अपने चाहत के रंग मिला जाता हैक्या रिश्ता उससे जाने क्या नाता हैएक अलग सी जगह दिल

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रिश्ता तेरा मेरा

25 मार्च 2022
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13
4

रिश्ता तेरा मेराना कोई नाम इसका अनदेखी प्रेम की डोरी बांधे हमे कोई ना छौर जिसकाशिकवे शिकायत सेजो है परेअपनेपन और प्रीत सेजो है भरेराधाकृष्ण सी ये प्रीतरिश्ते में बंधने की ना जाने रीतमन

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खामोशी

25 मार्च 2022
17
16
4

जब आस की डोरी हाथो से छूट जाती हैलफ़्ज़ों की लड़ियां जुबां तक आते आते टूट जाती हैठहरा सा हो मंजर सारासाथ रहकर भी कोई अपना लगे हमे हमारादिल की धड़कनें मचाए शोरखामोशी सुन ना पाए कोई औरखामोशी ने कहीं गुम

59

जिंदगी

26 मार्च 2022
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जिंदगी जीने के बजायसमझने में गुजर जाती हैखूबसूरत ख्वाबों के ताने बाने बुनना भूलकर करख्वाबों में उलझने में बसर हो जाती हैचाहत साथ चले मंजिले मिलेपर ख्वाहिशों में सिमटकर रह जाती हैखुली फिजाओं में स

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ये कैसे मेरे अपने

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जो भी मिले निकले वो मजबूरी का फायदा उठाने वालेनहीं कभी हारती जो ना होतेमेरे अपने ही मुझे हराने वालेमेरी नाकामयाबी पर जश्न मनाने वालेमेरे अपने छल कर मुझे नीचा दिखाने वालेना साथ चले ना ही मुझे चलने

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