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चोको के बारे में

23 सितम्बर 2021

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चोको से  मेरी मुलाकात मेरी शादी के दूसरे दिन हुई थी, घर में नयी बहु के रूप में पहला कदम रखा और उस दिन ससुराल में पुरे परिवार से मिलना हुआ.  ससुर जी , सासु माँ , ननदिया, पियाजी और चोको . पहले पहल देखा तो बड़ा ही डर लगा.                                                               लगता भी क्यों नहीं,  जर्मन शेफर्ड होते ही शिकारी कुत्ते हैं,  बड़ा डील डौल ,  ऊँचा पूरा बदन  , इंसान न देख पाए वहां तक  देख पाने  वाली आँखे,  शिकार को क्षण  में ढेर कर दे ऐसे नुकीले  दांत, पल भर में किसी  को आकर्षित कर ले ऐसा सुनेहरा और काला रंग, और एक पल  भी शांत न बैठे ऐसी ऊर्जा .

मुझे देखते ही वो मुझे परखने लगी की यह क्या जीव उठा लाए हो,  लाल रंग की  है, लगती तो मम्मीऔर दीदी जैसे ही है, पर खुशबु ज़राअलग है (कुत्ते इंसानो को  खुश्बुओ से पहचानते हैं )  . खैर चलो मुझे तो कोई दिक्कत नहीं है, बस ये नया जीव याद रखे की ये चोको का घर है.

रात हुई और हम सोने चले गए , पर चोको के लिए ये आशचर्य की  सीमा नहीं रही जब वो उसे हमारे कमरे से निकाल  दिया गया . और वो रातभर बाहेर  सोई. सुबह उठ कर जब दरवाजा खोला तो पाया की वो  सारी रात हमारे  कमरे के बाहेर सोती रही. इस इंतज़ार में की अब दरवाजा खुलेगा और पियाजी उसे अंदर बुला लेंगे. :)

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रचनाएँ
चोको
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चोको जो मुझे शादी के बाद पतिदेव से सौगात के रूप में मिली. घर में अकेली चौपाया जंतु , पर मर्म समझने में उसकी कोई सानी नहीं. उसके साथ बिताये कुछ पल ... शब्दों में
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चोको के बारे में

23 सितम्बर 2021
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<p>चोको से मेरी मुलाकात मेरी शादी के दूसरे दिन हुई थी, घर में नयी बहु के रूप में पहला कदम रखा

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चोको : ससुराल में

23 सितम्बर 2021
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<p>मुलाकात के बाद जैसे एक दो दिनों में ही मुझे चोको की दिनचर्या और स्वभाव के बारे में का

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चोको : ससुराल में : भाग 2

23 सितम्बर 2021
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<p>शुरुवात खीझ भरी हुई थी चोको के साथ, पर उसे तो जैसे दिल जीतना आता था . &nb

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चोको : नॉएडा में

24 सितम्बर 2021
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<p>चोको को छोड़ कर हम नॉएडा आ गए थे क्यूंकि अब शादी के लिए ली हुई छुट्टिया भी ख़तम हो गयी

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चोको : नॉएडा में प्रवेश

24 सितम्बर 2021
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<p>आठ घंटो का सफर तय करके जब चोको कानपूर से नॉएडाआयी तो ये मेरे लिए एक सरप्र

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चोको : नॉएडा की यादे

29 सितम्बर 2021
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<p>धीरे धीरे दिन बीतने लगे, चोको कब दिनचर्या का हिस्सा बन गयी पता ही नहीं चला. सुबह सुबह

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चोको :और भी बातें

6 जनवरी 2022
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 चोको ने सोसाइटी में अपनी पहचान  मुहैया करवा ली थी , इसकी वजह सिर्फउसका डील डॉल और मस्तानी चाल  ही  नहीं थी , वरन वो सबसे ज्यादा शांत और मिलनसार  थी , हम रोज़ शाम मेंसोसाइटी में   घूमने जाते  , जो की ह

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