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दहेज प्रथा एक अभिशाप

29 जनवरी 2022

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रचनाएँ
भोजपुरी कविता
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आज माई खातिर सबके प्रेम घट गइल

29 नवम्बर 2021
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<div>पिछले वर्ष लॉकडाउन में लिखी मेरी एक छोटी सी कवि</div><div><br></div><div>आज माई खातिर सबके प्रे

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किसान बाटी हम

30 नवम्बर 2021
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<div><br></div><div><br></div><div>देश के किसान बाटी हम</div><div>खेतवा में जाइ के अन्न उपजाई ला हम<

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दहेज प्रथा:एक अभिशाप

1 दिसम्बर 2021
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<div><br></div><div><br></div><div>आज एक नन्हि कली खिलल बा</div><div>हमरे घरे एक बिटिया के जन्म मिलल

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दिहले हाथ उनका हाथ मे

9 दिसम्बर 2021
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<div>दिहले हमार हाथ, उनका हाथ में</div><div>रिश्ता बन गइल, हमार उनकर साथ में</div><div>अग्नि देव के

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नारी बानी हम

26 जनवरी 2022
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ऊपर वाले के लिखल अद्भुत कहानी बानी हमउनका बगीचा के सुंदर क्यारी बानी हमगर्व होता कहे में की नारी बानी हमचाही नाही अलग पहचान आपन नया पहचान बनाइबनारी बानी ई युग केअईसन कर के दिखाईबजन्म से मृत्यु तक

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दहेज प्रथा एक अभिशाप

29 जनवरी 2022
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आज एक नन्हि कली खिलल बाहमरे घरे एक बिटिया के जन्म मिलल बासबसे ऊ प्यारी बाघर के राजदुलारी बाखुश आज हम बहुत बानीइधर उधर गोदी मैं उठा के उनका घुमावत बानीअब न तोहके केहू डराईन केहू तोहके सताई तोहरे ऊ

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आवता छठ के परब

30 मार्च 2022
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आवता छठ के परबछठ कइल हमनी के धरमले के चली न छठ घाटे रखी दउरा अपना माथेदेखी घाट बनल बा सुहानाअब रउआ करि ना बहानाआवता छठ के परब.....बाजारी से केरा हम ले अइनीउखड़ी खेते से मंगवलीलिप-पोत चूल्ही के हम,

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निमिया के डाढ़ नीचे

1 अप्रैल 2022
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हाथ जोड़ करी ले विनतीहमरे घरे आई न भवानीचउका पुरवली ऐ माईफल ले अइली होनिमिया के डाढ़ नीचे झुलुवा लगवली होनिमिया के डाढ़ नीचे......आई न आई माई झुलुवा झुलाइब होरउआ खातिर गोटेदार चुनरिया हम लाइब होनिमि

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