Dhanraj Baviskar
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Mai Dhanraj Baviskar poem poetry writer
"जीवन सुखमय"
हरा भरा ये जीवन कितना अनमोल है, प्यार भरा ये पैयाम रंग चढ़ा के आता है। हर जीवन का रहस्यमय परिस्थितियों से कटता है पर दिल नहीं मानता "जीवन सुखमय" होता है,। सच, झूठ, कडवट जीवन से जुड़ी हुई है करे इस जन्म मे आए नदीया तो पार करानी है.। छुटी न
"जीवन सुखमय"
हरा भरा ये जीवन कितना अनमोल है, प्यार भरा ये पैयाम रंग चढ़ा के आता है। हर जीवन का रहस्यमय परिस्थितियों से कटता है पर दिल नहीं मानता "जीवन सुखमय" होता है,। सच, झूठ, कडवट जीवन से जुड़ी हुई है करे इस जन्म मे आए नदीया तो पार करानी है.। छुटी न