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गोल है खुब मगर आप तिरछे नजर आते हैं जरा आप पहने हुए है कुल आकाश तारे जड़ा । सिर्फ़ मुँह खोले हुए है अपना गोरा - चिट्टा गोल मटोल अपनी पोशाक को फैलाए हुए चारो सिम्त आप कुछ तिरछे नजर आते है ज