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एक तरफा महोब्बत

15 सितम्बर 2021

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हमको तेरी आखों का नशा हो गया
हमको पता ही नही हमको क्या हो गया
तेरी सासों के बिना गुजारती नही राते
तेरी बातों के बिना अब ये दिन सो गया


ख्वाबों ही ख्वाबों में तुम हमको प्यारे हो गए
हमको पता ही न चला कब हम तुम्हारे हो गए
जिन गलियों की खबर  ना थी हमको 
आज उन्ही गलियों के बंजारे हो गए

अच्छा लगता है हमको साथ तुम्हारा
हर पल पास रहो दिल से कहता हमारा
आखें हर पल चाहे बस दीदार तुम्हारा
और कितनी आसानी से कह दिया तुमने 
ये प्यार नही पागलपन ही तुम्हारा

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