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जिंदगानी

14 सितम्बर 2021

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मुट्ठी में बंद कुछ पल जिंदगानी के
कुछ मुस्कुराने के कुछ आखों में पानी के
बंद रखूं मैं इसे या आज खुल जाने दूं
जी लूं आज जी भर के या कल को आ जाने दूं 

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Thnx

14 सितम्बर 2021

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बहुत खूब 👌👌👌👌

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