वन नेशन वन इलेक्शनकी लहर फिर चलीइलेक्शन कमीशन केमुताबिक, देश में सन 1952 में जब पहली बार लोकसभा चुनाव हुए थे, तब 10.52 करोड़ रुपए खर्चहुए थे, उसके बाद 1957 और 1962 के चुनाव में सरकारका खर्च कम हुआ था: लेकिन 1967 के चुनाव से हर साल केंद्र सरकार काखर्च बढ़ता ही गया: फिलहाल 2014 के लोकसभा चुनाव तक के
8 Feb, 20 , दिल्ली ! दिल्ली विधान सभा चुनाव की वोटिंग में दिल्ली के स्मार्ट व् देश-दुनिया से बाखबर वोटर्स आज माघ मास की द्वादसी, दिन शनिवार, सुबह 8 बजे से ही चुनावी पर्व को मना रहें है। उन्ही वोटर्स में से एक मै और मेरा परिवार जो कल से चुनावी पर्व में भाग लेन
सामाजिक न्याय की तरफ एक ठोस कदमभारत की राजनीति का वो दुर्लभदिन जब विपक्ष अपनी विपक्ष की भूमिका चाहते हुए भी नहीं नहीं निभा पाया और न चाहतेहुए भी वह सरकार का समर्थन करने के लिए मजबूर हो गया, इसे क्या कहा जाए?कांग्रेस यह कह कर क्रेडिट लेनेकी असफल कोशिश कर रही है कि बिना उसके समर्थन के भाजपा इस बिल को
बांग्लादेश चुनाव परिणाम भाजपाके लिए केस स्टडी हो सकते हैं वैसे तो आने वाला हर साल अपनेसाथ उत्साह और उम्मीदों की नई किरणें ले कर आता है, लेकिन यह सालकुछ खास है। क्योंकि आमतौर पर देश की राजनीति में रूचि न रखनेवाले लोग भी इस बार यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि 2019 में राजनीति का ऊँठ किस करवटबैठेगा। खास
... पर कांग्रेस के लिए ऐसे दबंग और आपराधिक मुस्लिमों से खुलेआम हाथ मिलाना नामुमकिन की हद तक मुश्किल होगा, पर यह राजनीति है और राजनीति में कुछ भी 'नामुमकिन' नहीं होता है. प्रियंका गांधी के बारे में कहा जा रहा है कि वह प्रदेश भर में (UP Election 2017) प्रचार करेंगी और ऐसा होने पर उनकी जनसभाओं में भीड़