एक फ़तवा आता है और / सारा-का-सारा मुल्क / दाढ़ियों के जंगल में / तब्दील हो जाता है / एक दूसरा फ़तवा आता है और / चमकते चाँद काले लबादे में ढँक / सहम कर कोनों में दुबक जाते हैं / तीसरा फ़तवा आता है / अपने को धरती के सबसे मजबूत / कहने वाले कुछ लोगों के द्वारा / वे अचानक / एक पत्थर की मूर्ति से / डर गए थे और / उस पर मोर्टारों और तोपों से हमले / आख़िरी फ़तवा आता है / दुनिया के सबसे शातिर / सपेरे के द्वारा / कि मेरे ही पाले नागों ने अब / बीन की धुन पर / नाचना बंद कर दिया है / मुझे ही फुफकारने लगे हैं / पहले इनके डँसे लोगों के लिए / दो पल का मौन रखा जाय / फिर इन्हें नष्ट कर दिया जाय / हाँ, पालतू नागों की तलाश जारी रखी जाय