वो चुप्पी भी क्या खास थी!
जिन्होंने जब 2004 में सत्ता संभाली तब सेंसेक्स 8000 पर था और जब 2014 में सत्ता छोड़ी तब सेंसेक्स 24000 पर था।
वो चुप्पी भी क्या खास थी!
जब सत्ता संभाली थी तब देश के कुछ चुनिंदा लोगों के पास ही Nokia 3100 फोन हुआ करते थे. लेकिन जब सत्ता छोङी तब हर ऐक के पास स्मार्ट फोन था।
वो खुद चुप्प रहते थे
लेकिन उनके द्वारा लागू की गई दुनिया की सबसे बड़ी योजना मनरेगा से हर गांव गांव ढाणी ढाणी से लोगों का काम बोलता था और हर परिवार खुशहाल जिंदगी जीने लगा।
वो चुप्पी भी कुछ खास थी!
जो खुद बहुत कम बोलते थे लेकिन लोगों को अपनी बात रखने के लिए RTI जैसा कानुन दिया।
वो चुप्पी भी क्या खास थी!
जिन्होंने चुपचाप काम करते हुए भारत को मंगल व चाँद पर पहुंचने के लिए संसाधन उपलब्ध कराये।
वो चुप्पी भी क्या खास थी!
जिन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण के लिए IIT, AIMS, अत्याधुनिक ऐयरपोर्ट, मेट्रो, रिफाइनरी आदि दी।
वो चुप्पी भी क्या खास थी!
खूद बहुत कम बोलते थे लेकिन उनका काम बोलता था।
वो चुप्पी भी क्या खास थी!
चुपचाप काम करते हुए भी ये साबित कर दिया अंतराष्टी्य मंच पर कि पाकिस्तान आंतकवाद का जनक है।
वो चुप्पी भी क्या खास थी!
जिन्होंने आज से कई वर्ष पहले ये बता दिया था कि देश में FDI, भूमि अधिग्रहण बिल, GST बिल की आवश्यकता है, वो तो खैर भाजपा की कारगुजारी थी कि उस वक्त इन अहम बिलों को पास नहीं होने दिया तथा देश के विकास में बाधक बने।
वो चुप्पी भी क्या खास थी!
जिन्होंने अपने उच्च स्तरीय दिमाग का इस्तेमाल करके भारत पर आर्थिक मंदी का असर नहीं पड़ने दिया जब पूरी दुनिया आर्थिक तंगी से जूझ रही थी।
वो चुप्पी भी क्या खास थी!
जिन्होंने भारत को पोलियो मुक्त कराया तथा कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी के लिए काम आने वाली दवा का दाम ऐक लाख रुपये से घटाकर सिर्फ 8000 रूपये दाम तय किये।
दुनिया के सबसे इमानदार नेता श्री मनमोहन सिंह जी के 10 साल के नेतृत्व को सलाम जो खुद नहीं बोलते थे सिर्फ काम बोलता था।