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गुम अपनेआप में अब रहते है

25 सितम्बर 2022

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चलो अब ये कर के देखते है
गम अब अपनेआप में रहते हैं
ना चिंता न जमाने की फिक्र
ना गम का करे कोई जिक्र
बड़ा सुकून मिले अपनेआप में
दूजा कोई नहीं मैं रहूं अपने साथ में
बैचन धड़कनों की धुन सुनूं
सुकून के साज नए बुनूं
बेबसी भूलकर खामोशी से खुद से मिलू
या फिर दिल से हो जाऊं रूबरू
अपनेआप को चुनूं
शिकवा नहीं किसी से
खफा नही किसी फिलहाल
जानू खुद को समझूं अपने हाल
गुम हो जाऊं मैं अपनेआप में
रह लू जरा सी मैं अपने साथ में
बा वफा जरा अब खुद से कर लू
जरा सुकून से अपने दिल की सुन लू
फिक्र को कर के अलविदा
और कह दू किसी और दिन मिलो
खुशी और सुकून की तमन्ना 
कुछ वक्त के लिए जरा मुझे भूलो


Pragya pandey

Pragya pandey

Very nice 👌👌👌

25 सितम्बर 2022

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