Gurde Ki Pathri ka Ilaj In Hindi- पथरी दो प्रकार की होती है एक पित्त की पथरी और दूसरी गुर्दे की पथरी जो मिनिरल्स और नमक से बनी एक ठोस जमावत होती है. आजकल गुर्दे की पथरी जैसी समस्या भी आम हो गई है और कई लोगों को इससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण आज की लाइफस्टाइल है जो पौष्टिक आहार ना लेने और शरीर को सही तरह से प्रोटी नहीं देने की वजह से हो जाता है. इसके अलावा भी गुर्दे की पथरी के कई कारण होते हैं पथरी को घरेलू उपचारों से सही किया जा सकता है लेकिन सवाल यही है कि ये होता कैसे हैं और इसके कैसे-कैसे लक्षण होते हैं.गुर्दे की पथरी से जुड़ी सारी बातें मैं आपको बताऊंगी और आप ये भी जानिए कि इसके लिए भी देसी उपाय अच्छा है या सर्जरी कराई जा सकती है.
इस वजह से होती है गुर्दे में पथरी - Cause Kidney Stones
आनुवंशिकता- कुछ लोगों को आनुवंशिकता के कारण गुर्दे की पथरी होने की संभावना ज्यादा होती है. गुर्दे की पथरी कैल्शियम के ज्यादा होने की वजह से भी हो सकता है जो मूत्र में कैल्शियम का उच्च स्तर पीढ़ी दर पीढ़ी हो सकता है. कुछ दुर्लभ आनुवांशिक बीमारियां भी गुर्दे की पथरी का कारण बनती है जैसे ट्यूबलर एसिडोसिस या शरीर क कुछ रसायनों को पचाने में समस्याएं होना.
भौगोलिक कारण - आपके रहने की जगह की वजह से भी आपको गुर्दे की पथरी हो सकती है. भारत में महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, दिल्ली , राजस्थान और हरियाणा में गुर्दे की पथरी की समस्या ज्यादा विचलित है. यहां की गर्म जलवायू अप्रायप्त द्रव का सेवन भी पथरी को पैदा कर सकता है.
आहार - अगर कोई व्यक्ति पथरी के गठन होने से अंजान है तो वे कुछ भी उल्टा-सीधा खाते पीते रहते हैं जिसमें उन्हें प्रोटीन नहीं मिल पाता है.बहुत से लोग जो नॉनवेज खाते हैं तो पशु के अंदर की चीजें उनके अंदर मिलने से भी समस्याएं हो सकती हैं. हालांकि अगर कोई व्यक्ति पथरी के लिए संवेदनशील नहीं है तो उनका आहार उनके लिए कोई जोखिम नहीं लाता.
दवाएं - विटामिन ए और विटामन डी से भी कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है जिसकी वजह से गुर्दों में पथरी होना एक बड़ी वजह मानी जाती है.
अनावश्यक तैलीय पदार्थ - जब गुर्दे में बेमतलब का तैलीय पदार्थ जम जाता है तो वो पत्थर आकार में परिवर्तित हो जाता है. हर किसी के शरीर में अलग आकार की पथरी बनती है किसी की पथरी छोटी तो किसी की बड़ी या फिर कुछ की छोटी-छोटी कई आकार की बन जाती हैं. जो घरेलू उपायों से पेशाब के साथ बाहर निकल आती हैं.
गुर्दे (किडनी) के पथरी होने के लक्षण- Symptoms of kidney stones
गुर्दे की पथरी में हमेशा लक्षण सामने नहीं आ पाते हैं. छोटी पथरियां तो बिना दर्द के ही पेशाब के जरिए बाहर निकल जाते हैं, हालांकि बड़ी पथरियां मूत्र के प्रवाह को गंभीर बना सकते हैं. वैसे इसके कुछ ये भी कारण हो सकते हैं.
दर्द - आपकी पथरी का स्थान और आपके मूत्र मार्ग में प्रगति के मुताबिक, आपके लक्षण अलग-अलग होते हैं. बहुत से लोगों को उनकी पीठ के एक हिस्से में अचानक दर्द शुरु हो जाता है और फिर ये दर्द धीमे-धीमे तेज होता है. ज्यादा प्रभावित होकर ये दर्द जांघ के बीच का भाट और पेट का निचला हिस्सा भी शामिल कर लेता है. लगातार होने वाले दर्द या कुछ मिनट के दर्द होने के बाद ये वापस आ सकता है, वैसे आमतौर पर ये दर्द सुबह-सुबह शुरु होता है.
पेशाब में कठिनाई - जब आपको पेशाब करने में कठिनाई होती है तो ऐसे में पथरी होने का खतरा होता है. ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर्स से संपर्क करना चाहिए, समय रहते इसका इलाज आसानी से हो सकता है.
दर्द का गंभीर होना - जब आराम से बैठा नहीं जाए, उठा नहीं जाए, खड़ा नहीं हुआ जाए और लेटा भी नहीं जाए और ऐसे में दर्द भी असहनीय हो तब समझ लीजिए कि आपके किडनी में स्टोन है.
मूत्र में रक्त का आना- पेशाब करने के दौरान जब कठिनाई के साथ-साथ दर्द भी हो तो समझ लीजिए कि आपकी किडनी में स्टोन हो सकता है.
किडनी में पथरी के उपाय - Kidney Treatment of Stones
वैसे तो गुर्दे की पथरी को ज्यादातर लोग ऑपरेशन करवाकर निकलवा देते हैं लेकिन ऐसा तब कराया जाता है जब स्टोन का साइज बहुत बड़ा हो जाता है और पेशाब के रास्ते से निकलना मुश्लिक होता है.ऐसे में आपको कुछ घरेलू उपायों का को आजमाना चाहिए जो आपको पूरी तरह से स्वस्थ कर सके.
1. लेमन जूस और ऑलिव ऑयल को मिलाकर का सेवन गॉलब्लेडर के स्टोन के लिए किया जाता है लेकिन किडनी स्टोन में भी ये मददगार होता है. नींबू के रस में सिट्रिक एसिड कैल्शियम बेस वाले स्टोन को तोड़ने का काम करता है और इससे दोबारा बनने से रोकता है.
2. अनार का जूस और उसके बीज दोनों ही एस्ट्रीजेंट गुण होते हैं जो किडनी स्टोन के इलाज में मददगार होता है. अगर आपकी किडनी में स्टोन है तो हर दिन एक अनार खाएं या इसका जूस पीना ज्यादा फायदेमंद साबित होता है.
3. मैग्निशियम, फास्फोरस और कैल्शियम से बने किडनी स्टोन के इलाज के लिए तरबूज एक अच्ठा उपचार है. तरबूज में प्रायप्त मात्रा में पोटैशियम मौजूद होता है जो स्वस्थ किडनी के लिए प्रमुख तत्व पाए जाते हैं.पोटेशियम के साथ ही पानी भरपूर होता है जो स्टोन को नेचुरल तरीके से बाहर निकाल देता है.
4. राजमा में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है और इसे किडनी बीन्स के नाम से भी लोग जानते हैं. किडनी बीन्स किडनी और ब्लेडर से जुड़ी हर तरह की समस्या से राहत दिलाती है, इसे बनाने से पहले इसे पानी में भिगोया जाता है और उस पानी को पीने से फायदा मिलता है.
5. व्हीट ग्रास को पानी में उबालकर ठंडा करें और इसे नियमित रूप से हर दिन पीडिए जो किडनी स्टोन के अलावा किडनी से जुड़ी कई दूसरी बीमारियों में आराम देता है.