प्रारंभिक शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु विभिन्न संस्थाओं से जुड़कर विविध भूमिकाओं जिम्मेवारियों का निर्वहन. सम्प्रति अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन में कार्यरत.
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सूरज की पहली किरण से घर के मुंडेर पर और आँगन में कौए के कांव-कांव और गौरेये की चीं-चीं किसी बच्चे के हाथ से रोटी छिन जाने की वे गुदगुदाती कहानियाँ नहीं सुन पाता हूँ । नदी, खेत, नाल