28 जनवरी 2015
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हिंदी, मराठी हास्य कवितायेँ, ग़ज़लें, प्रेम गीत, मुक्तक लिखने का shauk रखता हूँ|D
हिन्दुओं ने मुसलमान समझ लिया, मुसलमानों ने ईसाई ख्रिश्चन समझते है सिख मुझे और समझा सिखों ने कसाई कितना खुशनसीब है तू भी 'सरहद' समाये एक ही बदन में है हिन्दुस्तान के सारे भाई
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएं...