*हर पहलूवों में देश हित की बात हो श्रेष्ठ बात है*
परेशानियों में परेशान होना आम बात है,
समस्याओं की भवजाल में भी शांत रहना खास बात है,
उतार-चढ़ाव तो जीवन में सबके आते हैं,
कठिनाइयों को पार कर मंजिल पाना कुछ और बात है।
विन मंजिल की राह गजब की बात है,
राह में मंजिल मिल जाय कुछ और बात है,
बातों बातों में बहस तो होती रहती है ,
विन बातों के बहस हो जाय अजीब बात है।
कुछ करने की इच्छा तो सबको रहती है,
इच्छा के साथ कुछ करना अच्छी बात है,
विन इच्छा के कुछ अच्छा करना श्रेष्ठ बात है,
न चाहते हुए भी औरों का भला कर जाय अद्भुत बात है।
अपने परिवार की फिक्र तो सबको रहती है, .
समाज की फिक्र करना अच्छी बात है, .
किसी न किसी बात की फिक्र तो सबकी सबको रहती है, .
परिवार,समाज के साथ देश की फिक्र हो जाय श्रेष्ठ बात है।
बातों बात में कुछ बात हो जाय विचित्र बात है,
हित मित्र परिवार की बात हो अच्छी बात है,
सारी बातें होती रहें अपने स्थान पर ठीक बात है,
हर पहलूवों में देश हित की बात हो श्रेष्ठ बात है।
सुनील कुमार 'सरदारपुरी'
ग्राम +पोस्ट: सरदासपुर
रसड़ा बलिया(यू. की.)