राहु केतु का वृषभ और वृश्चिकमें गोचरअभी कुछही देर पहले राहु केतु का राशि परिवर्तन हुआ है | यद्यपि कोरोना जैसी महामारी केकारण विश्व भर में सभी क्षेत्रों में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है और जनसाधारण में भय भी व्याप्त है कि कब और कैसे इस आपदा से मुक्ति प्राप्त होगी | लेकिनघबराने की आवश्यकता नहीं है,
वैदिक ज्योतिषमें राहु और केतु को छाया ग्रह कहा जाता है | यदि किसी व्यक्ति की कुण्डली में येदोनों ग्रह उत्तम स्थिति में हैं तो उसके लिए मान सम्मान में वृद्धि तथा आर्थिकस्थिति में दृढ़ता लाने वाले माने जाते हैं | किन्तु यदि ये दोनों ग्रह प्रतिकूलस्थिति में हैं तो अनेक प्रकार की शारीरिक समस्याओं के साथ