वीर सावरकर --हिंदुत्व के अनुपम व्याख्याकारभूमिका:--हमारा देश जो आर्यों की मूल भूमि हैं जहाँ से मानव जीवन की सभ्यता का आरंभ होता हैं ,ऐसे महान देश के प्रति जब हमारा सर गर्व से ऊँचा उठता है तभी इस देश के लिए न्यौछावर करने वाले देश के विभिन्न क्रांतिकारियो के प्रति हमारा सिर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित