🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
दिनांक -14/8/2023
दिन -सोमवार
विजई विश्व तिरंगा प्यारा,
झंडा ऊंचा रहे हमारा,
शान न इसकी जाने पाए,
चाहे जान भले ही जाए,,,,,
हां साथियों मुझे यह गाना बहुत पसंद है,,,और आज़ादी की 76 वीं वर्षगांठ पर,,, घर-घर तिरंगा और हर घर तिरंगा देख कर मन प्रफुल्लित हो रहा है,,, और क्यों ना हों,,,, इस तिरंगे के साथ हम करोड़ो भारत वासियों की भावनाएं जुड़ी हुई है,,, देश के वीर सपूतों की आन है तिरंगा,,, हम भारतवासियों की शान है तिरंगा,,, देश की आज़ादी का परचम है तिरंगा,,, हज़ारों कवियों और शायरों की कविता और शायरी है तिरंगा,,, आओ साथियों हम सब भी मिलकर गाते हैं,,,,
क़ौमी तिरंगे झंडे ऊंचे रहो जहां में,
हो तेरी सर बुलंदी जो चांद आसमां में,,, ।
आज हर भारतवासी गर्व के साथ अपने घर में तिरंगा लहरा रहा है देख कर जो ख़ुशी मिल रही है उसे शब्दों में व्यक्त करना ,,, नामुमकिन है,,,,।
दोस्तों यह तो थी घर- घर तिरंगे की बात,,, अब तुम सुनाओ कैसे है आप सब कैसा बीता आप लोगों का, आज का दिन,,,।
लीजिए मैं ही बता देती हूं आप सब भी तिरंगा ही फहरा रहे होंगे ना.....!
अब बात करते हैं आज के मौसम की,,, जश्न ए आजादी की खुशी में,,,आज सुबह से ही हमारे यहां का मौसम बहुत खुशनुमा बना हुआ है लगातार हल्की हल्की बारिश हो रही है चारों तरफ़ काली घटा घिरी हुई है,,,।और कल के लिए अलर्ट बता रखा है तेज़ बारिश की सूचना है,,, इतना सुहाना मौसम हो रिमझिम बारिश की बूंदे पढ़ रहीं हों तो भला किस घर में पकौड़ी नहीं बनेगी,,, सबकी फरमाइश पर मैंने भी पकोड़े बनाएं हैं,,,।
और इस वक़्त अपनी बालकनी में बैठकर हम सब गर्मागर्म चाय के साथ पकोड़े का आनंद ले रहे हैं सामने से दिखाई देता हुआ हर घर में लहराता तिरंगा,, मन में उत्साह और उमंगों का सागर हिलोरे ले रहा है,, हर भारतवासी की तरहां मुझे भी गर्व है अपने देश पर ,,,,, गर्व है अपने तिरंगे पर और प्यार है इस देश की मिट्टी से,,,, दिल बार बार यह कह रहा है,,,
"तू ही मेरी आरज़ू ,
तू ही मेरी आबरू,
तुझ पर दिल कुर्बान।
प्यारे साथियों आज की डायरी यहीं पर समाप्त करती हूं फिर मिलूंगी किसी नए विषय पर कुछ विचार साझा करने के लिए तब तक के लिए आज्ञा दे,,,,
और दुआ करें,,,,
ए वतन ए वतन आबाद रहे तू
मैं जहां रहूं याद रहे तू
जय हिंद जय भारत
मौलिक रचना सय्यदा खा़तून ✍️
---------------🌹🌹🌹-------
मेरी रचना में प्रयोग की गई गाने की हर पंक्ति के लिए मैं गीतकार संगीतकार और इनसे जुड़े प्रत्येक व्यक्ति का आभार व्यक्त करती हूं।