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मन के मोती

sayyeda khatoon

15 अध्याय
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7 पाठक

मन के मोती किताब शेरों-शायरी का सुंदर संकलन है। इस किताब में संकलित शेरो केद्वारा मैंने प्यार महोब्बत ख़ुशी ग़म, इज़हार, इंकार, वफा, बेवफा, जीवन मरण रुठना, मनाना जैसे जिंदगी के हर रंग को लिखने की कोशिश की है। 🌹🌹🌹🌹🌹 

man ke moti

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बहुत बेहतरीन लाजवाब पुस्तक लिखी है आपने,,,बेमिसाल शेरोन शायरी का सुंदर संकलन,,,,👌👌👌

पुस्तक के भाग

1

शमा

8 फरवरी 2022
2
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जिन्दगी शमा  की , कितनी कठिन होती है ,              लम्हा-लम्हा  पिघलती है             तब जाके सहर होती है ।                                          *******                       मौलिक रचना   

2

आज़ादी

8 फरवरी 2022
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🌷  रख लिया है करके क़ैद,          आँखों में तुम को अपनी।               🌷अब मिल न पाऐगी आज़ादी,        तुम चाहे रहो कहीं भी ।                             मौलिक रचना         🌷सय्यदा ............✍

3

बेवफ़ाई

8 फरवरी 2022
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🌹क्यों  पूछता है  मुझसे मेरी बेवफाई का सबब,   🌹 ऐसा भी कुछ नहीं ,  जिसे तू जानता नहीं।                       मौलिक रचना---✍ 

4

याद

9 फरवरी 2022
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             बैठी हूँ जिसकी याद में        सुध- बुद्ध गँवा के  मैं,        वो  है  कि  आज  भी        पहचानता नहीं  मुझे । ❤सय्यदा ख़ातून ❤ (मौलिक रचना)

5

इज़हारे मौहब्बत

9 फरवरी 2022
2
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🌷वो आज हमसे इस तरहाँ   इजहारे मौहब्बत कर गए,            🌷 ख़ामोश थे उनके लब,       बोले हम भी कुछ नहीं।                           🌷 मिलीं जो उनसे नज़रें     खो गए हम कहीं 🌷मौलिक रचना     

6

हमसफ़र

9 फरवरी 2022
1
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दुआ करती हूं अपने उस परवर दिगार से मैं बुढ़ापे में भी साथ हो हर किसी का हमसफ़र।       ( आमीन सुम्मा आमीन)      स्वरचित रचना सय्यदा----✒️ ------------🌹🌹🌹🌹----------------

7

ओस की बूंदें

9 फरवरी 2022
3
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उनके बालों से रुख़सार पर टपकता पानी जैसे गुलाब पर चमकती हों ओस की   बूंदें         स्वरचित रचना सय्यदा----✍️           -----------🌹🌹---------

8

शहीदों को नमन

9 फरवरी 2022
2
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0

        मन विचलित और आँखें नम हैं       लिखने को शब्द नहीं जख्म जिगर पे है       क्या कहूँ इस घड़ी, नि:शब्द हो  गई हूँ ।       मौन हूँ बस ,रह - रह कर कह रही हूँ ,       शत -शत नमन, ऐ मेरे देश के शही

9

क़ुवते परवाज़

9 फरवरी 2022
2
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0

मुझको हासिल है  क़ुवते परवाज़         तुम्हारी ही तरहां पर अपने कटा दूं ये ज़रूरी तो नहीं। मौलिक रचना  सय्यदा खा़तून,, ✍️ --------🌹-🌹🌹-------

10

कोई पास....

9 फरवरी 2022
2
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1

कोई पास बहुत है मेरे       कोई दूर बहुत है मुझसे,       जो दूर बहुत है मुझसे        मैं पास हूँ उसी के ।          😊😊                     --------------- ❤❤ सय्यदा ख़ातून ❤❤             -

11

प्यार का उपहार

10 फरवरी 2022
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2

प्यार में तुमसे मुझे ऐसा एक उपहार चाहिए, जीवन में भर दे जो बहार, वही प्यार चाहिए। मसरुफ़ जिंदगी में बस तेरा साथ चाहिए। घबरा के रोऊ़ जब कभी, पोंछ  दे आंसू जो मेरे वह हाथ चाहिए। हर ऐबों हुनर के साथ, अपन

12

उपहार,,,,

10 फरवरी 2022
2
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3

ज़िन्दगी को मेरी वो गुलज़ार कर गया प्यार का वो एक ऐसा उपहार दे गया। मौलिक रचना सय्यदा खा़तून,, ✍️ -------🌹🌹-------

13

गुलाब जैसा प्यार

11 फरवरी 2022
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गुलाब जैसा प्यार है मेरा तुम्हारा,गुलाब जैसे ही महकेगा सदियों तक यह वादा है हमारा। दूर रहो या पास ख़ुशबू में इसकी न आए कमी, ना आए कमी महकता रहे, बस यूंही,बस यूंही। पूरी बगिया को हमने जांच परख कर प

14

इश्क़ की दास्तान

11 फरवरी 2022
2
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1

जब भी लिखो इश्क़ की दास्तान ना करो शब्दों में दर्द को बयां, जितना दर्दे इश्क़ उसे  सुनाओगे भैंस के आगे बस बीन ही बजाओगे, कितने परवाने, मिट जाते हैं हर रोज़ शमा पर फिर भी  उस पर असर ज़रा  होता नहीं ।

15

अब मैं उनको...

12 फरवरी 2022
2
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1

अब मैं उनको मनाने की कोशिश नहीं करती बेवजह हक़ जताने की ज़रूरत नहीं समझती दिल दुखा के मेरा बहुत मिलती थी उनको ख़ुशी तो आंसू बहाकर मैं अब उनको ख़ुश नहीं करती मौलिक रचना सय्यदा खा़तून,, ✍️ ---------

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