एक झलक 👉 चारों तरफ घटा घिरी हुई थी ठंडी ठंडी हवा का झोंका मन को लुभा रहा था,,, ऊपर से पड़ती रिमझिम बारिश,, रह रह के आसमान में चमकती बिजली दिल में एक अजीब सी बेचैनी पैदा कर रही थी,,, । मिट्टी से उठती हुई सोंधी खुशबू,, दिल को लुभा रही थी नूरी पगडंडी पर दौड़ते हुए बारिश का मज़ा ले रही थी,,,, बीच-बीच में भेड़ों के झुंड में घुसकर उनके साथ अठखेलियां भी कर रही थी,,,,, । जी हां... यह एक अंश है मेरे द्वारा लिखी कहानी का "हमें मिलना ही था" जैसा के नाम से विदित है यह कहानी प्यार की अनोखी दास्तान है,,, इस कहानी में मैंने जीवन के सभी रंगों को भरने की कोशिश की है,,,, इसमें प्रेमिका अपने प्रेमी से मिलने के लिए तड़पती है,,,, छठपटाती है,,,, पर उसका दर्द कोई नहीं समझता,,, क्या उसका प्रेमी उससे बिछड़ जाता है या उसे धोखा दे देता है क्या होता है अंजाम इस कहानी का जानने के लिए जरूर पढ़ें...!
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