मैं सबसे पहले सत्य कथा लेखन में काफी दिनों तक सक्रिय रहा उसके बाद साहित्य लेखन से जुड़ गया। फिर आगे चलकर अपनी एक पुस्तक छपवाया जो आत्ममंथन नाम से काफी मशहूर हुआ और प्रसिद्धि भी पाया। वैसे फिलहाल मैं प्रतिलिपि से जुड़ा हुआ हूं और अब शब्द.इन से जुड़ कर