कल शाम को बाजार से घर वापस आ रहा था तो रास्ते में देखा कि एक फटेहाल इंसान चेन से बंधे कुत्ते को डंडे से जोर जोर से पीट रहा था और कुत्ता भी रहम की भीख मांग रहा था। आस पास के लोग उसे देख कर अनदेखा कर रहे थे पर मुझसे रहा न गया.. मैंने पूछ ही लिया की क्या हो गया भाई? इंसान तो कुछ नहीं बोला लेकिन कुत्ते ने अपने expressions से सब समझा दिया।
अब मेरे पास ज्यादा कुछ बोलने के लिए था नहीं बस इतना ही कह पाया की "भैया अपना frustration कुत्ते पर मत निकालो क्यू की जिस घर में तुम नौकर हो, उस घर में ये बेजुबान मालिक की हैसियत रखता है! "
15 सेकंड हम तीनो ने एक दूसरे की शक्ल देखी और कटु सच्चाई के साथ सर्राटे में अपने अपने रास्ते पर चल दिए।
PS: कुत्ते को कुत्ता कहने के लिए क्षमाप्रार्थी हूँ! :P :D