क्रिकेट अगर भारत में धर्म है तो आईपीएल को इसका कल्की अवतार माना जा सकता है. भौकाल इतना है कि हर कोई इस फटाफट क्रिकेट का सालभर इंतजार करता है. सो अब इंतजार खत्म. आखिरकार इसका वक्त आ गया है. 7 अप्रैल को पहला मैच है. चेन्नै और मुंबई के बीच. पर अब मसला है कि ये मैच देखा कहां जा सकता है. तो पहला जवाब है स्टार स्पोर्ट्स और उसके भाई-बहन टाइप चैनल. मगर अगर कहीं स्टार स्पोर्ट्स की व्यवस्था ना हो तो आदमी क्या करेगा. इसकी व्यवस्था भी हो गई है. सरकार ने कर दी है. माने अगर स्टार स्पोर्ट्स ना आए तो सहारा बनेगा दूरदर्शन. जी हां, अपना दूरदर्शन. आईपीएल के मैच दूरदर्शन पर भी आएंगे. आंसू आ गए ना. कितने लोगों को तो रामायण याद आ गई होगी. पूरा मौहल्ला साथ बैठकर देखता था. सो वैसा प्यार दूरदर्शन को फिर मिलने का इंतजाम हो गया है.
मगर, मगर, मगर… ज्यादा खुश होने की जरूरत भी नहीं है. वो इसलिए क्योंकि दूरदर्शन पर सारे मैच नहीं आएंगे. भारत सरकार की विनती पर स्टार इंडिया मैच दिखाने की छूट देने को तो तैयार हो गया है. मगर ये छूट सिर्फ कुछ मैचों पर लागू होगी. ये मैच होंगे ओपनिंग मैच माने 7 अप्रैल का मैच, हर संडे को जो 8 बजे वाला मैच होगा, चार नॉकआउट मैच और फाइनल मैच. इसके अलावा वाले मैच देखने हैं तो हर हाल में स्टार का सहारा लेना होगा. माने व्यवस्था है तो मगर टाइट वाली नहीं. इसके साथ ही दूरदर्शन पर आने वाले ये मैच लाइव तो होंगे, मगर पूरी तरीके से नहीं. माने स्टार स्पोर्ट्स में जो मैच लाइव आएगा, वो दूरदर्शन पर करीब 8 मिनट की देरी से आएगा.
स्टार स्पोर्ट्स का ये फैसला हालांकि काफी बड़ा है. क्योंकि उसने आईपीएल के राइट्स अब तक के सबसे महंगे रेट पर खरीदे हैं. ऐसे में सरकार की बात मानना बड़ी बात है. नवंबर 2017 में ये विनती आईबी मिनिस्ट्री की हेड स्मृति ईरानी की ओर से की गई थी. इसमें कहा गया था कि मैच दूरदर्शन को दिखाने की अनुमति दी जाए ताकि गरीब लोग भी आईपीएल देख सकें. क्योंकि सबके पास केबल कनेक्शन नहीं है. हालांकि तब स्टार ने इसको नहीं माना. आईबी मिनिस्ट्री की 15 मिनट की डिले से टेलिकास्ट करने की अपील की बात भी स्टार ने ठुकरा दी थी. मगर 5 अप्रैल को इंडिया के भी मैचों के राइट्स मिलने के बाद स्टार आईपीएल के मैच दूरदर्शन पर दिखाने के लिए राजी हो गया.
इस डील के पीछे एक ऐक्ट भी है
खैर ये सब एक नियम की वजह से हो पा रहा है. ये आता है इंडिया के स्पोर्ट्स ब्रॉडकास्टिंग एक्ट 2007 के अंतर्गत. इसके तहत ब्रोडकास्टर को वो हर मैच दूरदर्शन पर दिखाना होता है जो राष्ट्रीय महत्व का है. इसे दिखाने पर जो रेवेन्यू आता है, उसका भी बंटवारा पहले से तय होता है. 3:1 के रेशियो से. माने स्टार के हाथ आएंगे 3 तो दूरदर्शन के हाथ आएंगे 1. मगर इस बार जो सौदा हुआ है, वो बराबर का है. माने दूरदर्शन अपने मैचों के लिए प्रचार खुद करेगा और जो ऐड रेवेन्यू आएगा वो दोनों के बीच बराबर बंटेगा. और जिनके पास स्टार के चैनल देखने का जुगाड़ नहीं है, उसका भी काम हो गया.