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कलम भी रो पड़ी - kalam bhi ro padi

16 अगस्त 2018

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featured imageअब तो मेरी कलम भी रो पड़ी है, शहीदों की शहादत लिखते लिखते। ab to meri kalam bhi ro padi hai shahidon ki shahadat likhte likhate।
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दिया उनके नाम का - diya unke naam ka

16 अगस्त 2018
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एक दिया उनके भी नाम कारख लो पूजा की थाली में,जिनकी सांसे थम गई हैंभारत माँ की रखवाली में।ek diya unke bhi naam ka rakh lo puja ki thali menjinki sanse tham gai hain bharat maa ki rakhwali men।

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सरहद तुम्हें पुकारे - sarhad tumhen pukare

16 अगस्त 2018
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सरहद तुम्हें पुकारे तुम्हें आना ही होगा,कर्ज अपनी मिट्टी का चुकाना ही होगा,दे करके कुर्बानी अपने जिस्मो-जां की,तुम्हे मिटना भी होगा मिटाना भी होगा।sarhad tumhen pukare tumhe aana hi hogakarj apni mitti ka chukana hi hogade karke kurbani apane jismo-jan kitumhe mitna bhi hoga mitana bhi hogaa।

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कलम भी रो पड़ी - kalam bhi ro padi

16 अगस्त 2018
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अब तो मेरी कलम भी रो पड़ी है,शहीदों की शहादत लिखते लिखते।ab to meri kalam bhi ro padi haishahidon ki shahadat likhte likhate।

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प्यारा हिन्दुस्तान निकलेगा - pyara hindustan nikalega

16 अगस्त 2018
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बच्चे बच्चे के दिल में कोई अरमान निकलेगा,किसी के रहीम तो किसी के राम निकलेगा,मगर उनके दिल को चीर के देखा जाए, तो उसमें हमारा प्यारा हिन्दुस्तान निकलेगा।bachche bachche ke dil men koi armaan niklegakisi ke rahim to kisi ke ram nikalegamagar unke dil ko chir ke dekha jayeto usmen hamara pyara hindusta

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ऐ भारत माँ - e bharat maa

16 अगस्त 2018
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दोस्तों... एक सैनिक ने क्या खूब कहा है... किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूँ,मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना... ऐ भारत माँ,मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।doston... ek sanik ne kya khub kaha hai... kisi gajre ki khushbu ko mahakta chhod aa

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